उत्तर प्रदेश में फ्रंट लाइन कर्मचारियों में शामिल पुलिस कर्मी अब कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। मामला नोएडा जिले का है, जहां कोरोना संक्रमित एक दारोगा की इलाज के दौरान मौत हो गई। पांच दिन पहले उनको इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। अभी तक सिर्फ नोएडा जिले में चार पुलिस कर्मियों की मौत हो चुकी है जबकि सैंकड़ों संक्रमित हो चुके हैं।
अभी तक चार की मौत
जानकारी के मुताबिक, हाथरस जिले के सादाबाद निवासी 52 वर्षीय चन्द्रपाल सारस्वत उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। वर्तमान में उनकी तैनाती गौतमबुद्ध नगर पुलिस लाइन में थी। पांच दिन पहले उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके बाद परिजनों ने उन्हें ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पर उनकी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। तभी से वह अस्पताल में उपचाराधीन थे। यहां पर उपचार के दौरान सुबह करीब नौ बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
बता दें कि महज नोएडा जिले की बात करें तो अभी तक चार पुलिसकर्मियों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है। इनमें फेस 3 के पूर्व थाना प्रभारी, कोर्ट मुहर्रिर, डायल 112 के हेड कांस्टेबल और सब इस्पेक्टर चंद्रभान शामिल है। इसके अलावा नोएडा में 350 से ज्यादा पुलिसकर्मी अभी तक कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।
अभी 182 पुलिस कर्मी संक्रमित
गौरतलब है कि गौतम बुद्ध नगर पुलिस आयुक्तालय में तैनात 182 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इनमें कई थानाध्यक्ष, कई निरीक्षक, उपनिरीक्षक, कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल तथा अधिकारी शामिल हैं। कई पुलिसकर्मियों के परिजन भी संक्रमित पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इन संक्रमित पुलिसकर्मियों के संपर्क में आए कुछ पुलिसकर्मियों को पृथक-वास में रखा गया है। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों का उपचार चल रहा है तथा उनकी स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि इन 182 पुलिसकर्मियों में से 12 कर्मी कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं जिनमें सहायक पुलिस आयुक्त अंकिता शर्मा भी शामिल हैं।
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