उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सियासी उठापटक जारी है। अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर नया गठबंधन बनाया है। वहीं, इस गठबंधन को ‘पिछड़ा, दलित, मुस्लिम न्याय मोर्चा’ पीडीएम नाम दिया गया है। इस गठबंधन में प्रगतिशीत मानव समाज पार्टी और राष्ट्र उदय पार्टी भी शामिल हैं।
अब पीडीएम झुकने वाला नहीं
पीडीएम को समाजवादी पार्टी के पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक की काट के तौर पर देखा जा रहा है। पल्लवी पटेल और असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया है। इस दौरान समाजवादी पार्टी का नाम लिए बिना ही पल्लवी पटेल ने कहा कि पीडीए में ‘ए’ अक्षर को लेकर था। इसी को दूर करने के लिए हमने पीडीएम नाम रखा है।
पल्लवी पटेल ने बताया कि इसमें जातियों के नाम स्पष्ट किए गए हैं। वहीं, इस दौरान समाजवादी पार्टी से संबंध खत्म होने के बाद विधायक पद से इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी की विधायक नहीं हूं, बल्कि गठबंधन से विधायक हूं। ऐसे में उनसे इस्तीफा मांगने का हक सपा चीफ अखिलेश यादव के पास है। वह चाहें तो इस्तीफा मांग लें या फिर मुझे निकाल दें। उन्हें जो करना है कर लें, लेकिन अब पीडीएम झुकने वाला नहीं है।
वहीं, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीडीएम न्याय मोर्चा की लड़ाई सिर्फ लोकसभा चुनाव तक ही नहीं रहेगी। मुरादाबाद में एसटी हसन का टिकट काटे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि मुरादाबाद और रामपुर में मुसलमानों के साथ क्या हो रहा है, यह सभी को पता है।
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