मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में मरीजों को जबरन निजी अस्पतालों में भेजने वाले दलालों पर शिकंजा कसने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। अब किसी भी मरीज को रेफर करने से पहले मेडिकल कॉलेज चौकी पर पूरा ब्योरा दर्ज करना अनिवार्य होगा।
इसमें मरीज की जानकारी के साथ, तीमारदार का नाम-पता, जिस अस्पताल में ले जाया जा रहा है उसकी डिटेल और एंबुलेंस की पूरी जानकारी दर्ज करनी होगी। इस कदम से मरीजों की खरीद-फरोख्त में लिप्त बिचौलियों पर सीधी कार्रवाई संभव होगी।
Also Read टीबी उन्मूलन के लिए चल रही है जनजागरूकता की मुहिम -डॉ आशुतोष कुमार दूबे
दलालों पर नकेल कसने के लिए पुलिस का नया प्लान
बीते दिनों लगातार ऐसे मामले सामने आए, जहां बिचौलियों के जरिए मरीजों को निजी अस्पतालों में भेजा जा रहा था। इसे रोकने के लिए मेडिकल कॉलेज चौकी पर विशेष रोगी रजिस्टर बनाया गया है। इसमें मरीज का नाम, पता, तीमारदार का मोबाइल नंबर, जिस अस्पताल में ले जाया जा रहा है उसका नाम, एंबुलेंस का नंबर, चालक का नाम-पता और संपर्क नंबर दर्ज किया जा रहा है। यह व्यवस्था लागू होने के बाद बिना जानकारी दर्ज कराए कोई भी मरीज दूसरे अस्पताल नहीं ले जाया जा सकेगा।
Also Read गोरखपुर में IIT की स्थापना की मांग, सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा में उठाया मुद्दा
रजिस्टर में एंट्री के बाद ही अस्पताल से छुट्टी
कुशीनगर के बृजेश अपने साले धर्मवीर पाल को BRD मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए थे। जब आराम नहीं मिला तो उन्होंने मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने का फैसला किया और चौकी पर पूरी जानकारी दर्ज कराई। इसी तरह, खजनी के लक्की निषाद, सिद्धार्थनगर की नारायणी, देवरिया के गौरीबाजार की अनीता, सलेमपुर के योगेश प्रसाद और बिहार बगहा की चंद्रावती देवी को रेफर किया गया, जिसके बाद तीमारदारों ने तय प्रक्रिया पूरी कर मरीजों को दूसरे अस्पताल ले गए।
Also Read डॉक्टरों की मनमानी पर रोक! डिप्टी सीएम ने दिए कार्रवाई के आदेश
BRD मेडिकल कॉलेज का ट्रामा सेंटर गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्रमुख केंद्र है, लेकिन यहां भी बिचौलियों की सक्रियता की शिकायतें मिल रही थीं। इसे रोकने के लिए पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। पुलिसकर्मी लगातार ट्रामा सेंटर का दौरा कर रहे हैं और संदिग्धों से पूछताछ कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के अंदर और बाहर दोनों जगह दलालों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
CO गोरखनाथ रवि कुमार सिंह ने कहा कि मरीजों की खरीद-फरोख्त में लिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। मेडिकल कॉलेज में दलालों को घुसने नहीं दिया जाएगा और जो भी इस अवैध धंधे में शामिल पाया जाएगा, उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
Also Read गोरखपुर में टी-स्टाल में गैस लीकेज से लगी आग: सिलिंडर हुआ ब्लास्ट, दुकानदार झुलसे
देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं