यूपी के कानपुर में हुए बिकरू कांड में अब जाकर वो रायफल बरामद की गई है, जिनसे पुलिस टीम पर गोलियां बरसाईं गईं थी। दरअसल, बिकरू कांड में इस रायफल का इस्तेमाल विकास दुबे ने किया था। पुलिस टीम ने इसके साथ ही एक डबल बैरक बंदूक को भी बरामद करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी डेढ़ साल पहले न्यायालय के मालखाना में हुई 14 बंदूकों की चोरी के मामले में भी पकड़ा गया था। बाद में पैरोल पर बाहर था
भिंड पुलिस ने दिया साथ
जानकारी के मुताबिक, भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में मेहगांव व भिंड शहर पुलिस ने शास्त्री नगर निवासी जग्गू उर्फ आकाश कुशवाहा को सबसे पहले उठाया। उसके पास से दुनाली बंदूक मिली। उससे पूछताछ के बाद देवरी मेहगांव निवासी अभिषेक शर्मा को गिरफ्तार किया। उसके पास से दीपक दुबे की सेमी ऑटोमैटिक राइफल (मेड इन अमेरिका) बरामद हुई।
गिरफ्तारी के बाद आकाश और अभिषेक ने बताया कि यह हथियार उन्होंने 15 से 20 दिन पहले ही खरीदे हैं। 12 बोर की दुनाली बंदूक 30 हजार रुपये और सेमी ऑटोमेटिक राइफल 3 लाख में खरीदी है। बताया जा रहा है कि दोनों को यह हथियार डिडी नगर निवासी मनीष यादव ने बेचे थे। एक मार्च को विकास के छह मददगारों के साथ मनीष को यूपी एसटीएफ जेल भेज चुकी है।
क्या है बिकरू कांड
गौरतलब है कि चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 की रात दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे व उसके साथियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था और फायरिंग कर दी थी। इस घटना में तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपित विकास दुबे समेत छह आरोपितों को एनकाउंटर में मार दिया था, जबकि अबतक 36 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
Also Read: हरदोई: बेटी का कटा हुआ सिर लेकर घूम रहा था सिरफिरा पिता, सिपाही ने पकड़ा, IG ने किया सस्पेंड
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )