समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी उर्फ जय चौबे (Jai Chaubey) ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अखिलेश यादव को दूषित मानसिकता वाला व्यक्ति बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में सामान्य वर्ग के लिए कोई जगह नहीं है। पूर्व विधायक ने अखिलेश यादव की पीडीए नीति पर तंज कसते हुए कहा कि पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक कोई भी अब उनके साथ नहीं चलेगा।
अखिलेश यादव ने मेरी मांग को ठुकरा दिया
पूर्व विधायक जय चौबे ने कहा कि मैंने सपा चीफ अखिलेश यादव से सर्वे कराने के लिए भी अनुरोध करते हुए कहा था कि सर्वे में जिसकी लोकप्रियता और जनाधार दिखे उसे आप टिकट दीजिएगा, लेकिन उन्होंने मेरी मांग को ठुकरा दिया। यही नहीं, उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया, जिसका कोई जनाधार ही नहीं।
उन्होंने कहा कि टिकट पाने वाले व्यक्ति ने कभी पार्टी हित में काम नहीं किया। कभी किसी कार्यकर्ता के साथ खड़ा नहीं नजर आया। वहीं मैंने बीजेपी विधायक रहने के दौरान मुस्लिम समाज की महिला को समाजवादी पार्टी से ब्लॉक प्रमुख बनाया, बलराम यादव को समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया। 2022 में पार्टी का चुनाव चिन्ह न पाने वाले व्यक्ति जगत जायसवाल को समाजवादी पार्टी से ऐतिहासिक मतों से चुनाव जितवाया।
जय चौबे ने कहा कि इसके बाद से लगातार पार्टी को जिले में मजबूत करने का काम करता चला आ रहा था। सभी वर्ग के लोगों के साथ अल्पसंख्यक वर्ग के हितों की भी लड़ाई लड़ते चला आ रहा था, लेकिन सपा चीफ ने जनता की मांग को ठुकराते हुए ऐसे शख्स को प्रत्याशी बनाया, जिसने कभी पार्टी हित के लिए कार्य नहीं किया।
टिकट न मिलने से नाराज थे पूर्व विधायक
बता दें कि पूर्व विधायक जय चौबे समाजवादी पार्टी से लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी की रेस में सबसे आगे थे, लेकिन पार्टी ने ऐन वक्त पर उन्हें टिकट न देकर पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद को टिकट दे दिया। लोकसभा का टिकट नहीं मिलने के बाद इन्होंने सपा से इस्तीफा दिया है। जय चौबे ने कहा कि सपा अपने रास्ते से भटक गई है। जिताऊ प्रत्याशियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। इस्तीफा देने के बाद वह अपने शुभचिंतकों से राय लेंगे। इसके बाद आगामी कदम उठाएंगे।
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