समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के प्रमुख शिवपाल यादव ने बीते मंगलवार को अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव पर यह हमले शिवपाल ने सामाजिक संगठन श्रीकृष्ण वाहिनी के राज्यस्तरीय सम्मेलन में बोलते वक्त किए। उन्होंने इस सम्मेलन में कहा कि महाभारत धर्म युद्ध था, पांडवों ने तो अहंकारी दुर्योधन से पांच गांव मांगे थे, मैनें तो सिर्फ बड़ों का सम्मान मांगा, उसी सम्मान के लिए मैंने मोर्चे के जरिए धर्मयुद्ध का संकल्प लिया है।
अखिलेश को बनाया कलयुग का कंश
शिवपाल ने इशारों-इशारों में ही बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तुलना कंस से कर दी। उन्होंने कहा, ‘कंस ने धर्म का पालन नहीं किया। बहन, बहनोई और पिता को कैद में डाल दिया। आज भी बहुत से कंस पैदा हो जाते हैं, एक कंस आज भी है।‘
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जानकारी के मुताबिक, शिवपाल ने धार्मिक पात्रों के जरिए अपने जज्बात बयां करते हुए कहा, ‘धर्म के रास्ते में संघर्ष तो होता ही है, मर्यादा पुरुषोत्तम राम को भी चौदह साल का वनवास मिला, रावण शक्तिशाली राजा था लेकिन राम से हारा और लंका भी जली, अधर्म के रास्ते पर चलने के कारण कंस भी मारा गया।’
कृष्ण से की अपनी तुलना, दूसरों को बताया सुदामा
यही नहीं, शिवपाल ने रावण और कंस का उदाहरण देते हुए कहा कि ताकत मिलने पर अभियान आ जाता है, उनकी हालत याद रखना चाहिए। शिवपाल ने अपने भाषण में सुदामा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैंने से बहुत लोगों को बहुत कुछ दिया लेकिन वे सुदामा नहीं निकले, चुनाव में उन लोगों ने ही हराने की पूरी कोशिश की।
इस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह यादव को लेकर अपने जीवन की एक घटना का भी जिक्र किया। शिवपाल ने कहा कि जब मैं हाईस्कूल में था, तभी से नेताजी के साथ काम करने लगा था, चुनाव में 90-90 किमी साइकिल चलाकर नेताजी का प्रचार करता था। अखिलेश पर तंज कसते हुए उन्होंने बोला कि आज लोग एक घंटा साइकिल चला देते हैं तो बताते हैं कि बड़ा काम कर दिया।