उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में तैनात एक थाना प्रभारी का बेटे ने ज्ञान पाने की राह में चलने के लिए घर छोड़ दिया. जब बेटे का कहीं कोई सुराग नहीं लगा तो थाना प्रभारी ने मेरठ कंकरखेड़ा थाने में बेटे की गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज कराई. जिसके बाद रविवार की देर सांय मेरठ जिले के हस्तिनापुर के एक आश्रम से बरामद कर लिया गया. किशोर के स्वजन देर रात ही उसे लेकर मेरठ चले गए.
लेटर लिखकर घर से निकला
जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से शामली निवासी और वर्तमान में गाजियाबाद के निवाड़ी थाना प्रभारी मनोज कुमार कंकरखेड़ा के मंगलपुरी में परिवार के साथ रहते है. बताया गया है कि उनका बेटा आर्यन कई दिनों से गीता का अध्ययन कर रहा था. इस बीच वह महात्मा बुद्घ की तरह ज्ञान अर्जित करने के लिए घर छोड़कर निकल जाने की बात भी कहता था लेकिन किशोर की इस बात को परिजनों ने गंभीरता से नहीं लिया.
शनिवार को आर्यन ने परिजनों को बताया कि वह ट्यूशन पढ़ने जा रहा है. देर रात तक भी जब वह नहीं लौटा तो तलाश शुरू हुई. पता चला कि वह ट्यूशन पढ़ने भी नहीं गया. जिसके बाद उसके कमरे से एक लेटर बरामद हुआ. जिसमे लिखा हुआ था कि वह ज्ञान की खोज के लिए जा रहा है.
बोला- पढ़ाई में नहीं लगता मन
रविवार को SHO मनोज ने कंकरखेड़ा थाने पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस आर्यन की तलाश में जुट गई. हस्तिनापुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह यादव ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि एक युवक पांडेश्वर मंदिर के समीप विदुर आश्रम पर आया हुआ है तो पुलिस मौके से पहुंचकर युवक को अपने साथ ले आयी. पूछताछ में उसने बताया कि उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता और वह धर्म ज्ञान अर्जित करना चाहता है. इसलिए उसने घर छोड़ा. फ़िलहाल पुलिस ने किशोर को परिजनों के हवाले कर दिया.