लखनऊ में बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस ( वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर ) पर पुलिस सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने एक दूजे के लिये स्ट्रेस सॉल्यूशन्स एंड कोविड हेल्पलाइन एवं बाल चौपाल के सहयोग से बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब और मजदूर परिवारों के बच्चों के लिये आज ” बाल संसद ” का आयोजन किया गया। जिसमें बाल श्रम और कोरोना संक्रमण पर चर्चा की गई। बाल संसद में बच्चों ने बड़ी मासूमियत और बेबाकी के साथ पुलिस वाले अंकल से बाल मजदूरी और उत्पीड़न से जुड़े सवाल किये। पुलिस सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने बाल श्रम से जुड़े सवालों का जवाब देने के साथ – साथ बच्चों को उनके बाल अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
लोगों को किया जागरूक
जानकारी के मुताबिक, बाल श्रम नियमों की जानकारी देते हुए सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने बताया कि, चंद रुपयों की खातिर बच्चों के बचपन को अनदेखा करके 14 साल से कम उम्र के बच्चों से मजदूरी करवाना या काम के जरिये उनका शोषण करना दंडनीय एवम गंभीर अपराध है। कार्यक्रम में शामिल बच्चों के अभिभावकों को भी समझाया गया कि बच्चों के कंधों में मजदूरी की जिम्मेदारी न डालें उनके हाथों में कलम थमाकर पढ़ लिख कर आगे बढ़ने का अवसर दें।
बच्चों को बांटा समान
ये कार्यक्रम सरोजनी नगर, मानस नगर, ओशो नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, कृष्णानगर, भोला खेड़ा, काकोरी आदि क्षेत्र की कच्चीबस्तियों में रहने वाले बच्चों के लिए आयोजित किया गया था। इस अवसर पर पुलिस सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व द्वारा बच्चों को मास्क, सेनेटाइजर, साबुन कॉपी- पेंसिल, बिस्किट, फ्रूटी वितरण करके कोरोना संक्रमण की जानकारी देते हुए बचाव के उपाय भी बताये गये। बाल संसद में शामिल बच्चों ने बाल श्रम न करने और पढ़ने लिखने का संकल्प लिया।
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