दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को अयोध्या पहुंचकर पूजा अर्चना की. केजरीवाल के अयोध्या दौरे पर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम का अस्तित्व नकारने वाले अब राम-राम कर रहे हैं. हिन्दू संस्कृति और संस्कारों को पाखंड करार देने वाले केजरीवाल और उनकी पार्टी चुनाव नजदीक देख कर राम नाम का जप कर रही है. हिन्दू संस्कृति का अपमान कर सत्ता की सीढि़यां चढ़ने वाले केजरीवाल किस मुंह से अयोध्या की यात्रा की बात कर रहे हैं. केजरीवाल की अयोध्या यात्रा को महज चुनावी दिखावा करार देते हुए खन्ना ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता उत्तर प्रदेश की जनता को ठग नहीं पाएंगे.
सुरेश खन्ना ने कहा कि कुछ दिन पहले तक अरविंद केजरीवाल अपनी नानी की कहानी सुना कर लोगों से कहते थे कि मस्जिद के पास में मंदिर हो तो वहां नहीं जाना चाहिए. उत्तर प्रदेश और देश के हिन्दू केजरीवाल के इस कथन को भूले नहीं हैं. हिन्दू संस्कृति और संस्कारों का अपमान करने वाले केजरीवाल और उनकी पार्टी को समझ में आ गया है कि श्री राम और अयोध्या न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि दुनिया भर के हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक हैं.
सुरेश खन्ना ने कहा कि राम के बिना दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती है. भाजपा सरकार ने यह साबित कर दिया है. हिन्दू संस्कृति को पाखंड बताने वाली आम आदमी पार्टी के नेताओं की अयोध्या यात्रा चुनावी दिखावे से ज्यादा कुछ भी नहीं है. अयोध्या की मुफ्त यात्रा कराने की बात कर रहे केजरीवाल ने पहले क्यों कभी अयोध्या और श्री राम को नाम लिया. विपक्ष के लोग एक खास समुदाय के दबाव में अयोध्या, मथुरा और काशी को अछूत समझते थे. विपक्ष के लोग मस्जिदों,दरगाहों में जाते थे. टोपी लगाते थे, लेकिन, अयोध्या नहीं आते थे. योगी सरकार ने हिन्दू आस्था के प्रतीक अयोध्या का वैभव लौटाने का काम किया है.
उन्होंने याद दिलाया कि केजरीवाल ने लॉकडाउन के दौरान किस तरह उत्तर प्रदेश के मजदूरों और अन्य लोगों को दरबदर किया था और उन्हें सब सुविधाओं से वंचित किया था, यह लोग भूले नहीं हैं. केजरीवाल की गंदी राजनीति को उत्तर प्रदेश की जनता खूब समझती है और इसका पता भी उन्हे जल्द ही चलेगा.
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