लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया गया, जिस दौरान विपक्ष ने कड़ा विरोध जताया। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इसे संविधान विरोधी बताते हुए सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस का हंगामा
विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस ने जमकर विरोध किया। इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह विधेयक मुस्लिम समाज के हित में है और इसमें सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का बयान
किरेन रिजिजू ने विधेयक पेश करते हुए कहा कि इससे वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता आएगी और विवादों को सुलझाने में मदद मिलेगी। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए इसे कानूनी सुधार बताया।
विपक्ष का आरोप – “संविधान का उल्लंघन”
विपक्षी दलों ने विधेयक को संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा कि यह धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, और अन्य दलों ने इसे मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर कुठाराघात करार दिया।
लोकसभा में विधेयक को मिली मंजूरी
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को लोकसभा में बहुमत से पारित कर दिया गया। विधेयक के पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 वोट पड़े।
चंद्रशेखर आज़ाद का ऐलान – “सड़क पर उतरेंगे”
आजाद समाज पार्टी-कांशीराम के सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने विधेयक का कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा, “हमने अपनी बात लोकसभा में रखी, लेकिन यह लड़ाई यहीं खत्म नहीं होगी। हम इस बिल के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन करेंगे, जैसे किसान आंदोलन किया गया था।”
राज्यसभा में पेश होगा विधेयक
अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा, जहां सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस होने की संभावना है। विपक्ष इसे रोकने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रहा है।