मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास, पुरातत्त्व एवं संस्कृति विभाग के तीन मेधावी शोधार्थियों ने भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (ICHR) द्वारा आयोजित जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) 2025 में स्थान प्राप्त कर विश्वविद्यालय और विभाग का नाम रोशन किया है।
चयनित शोधार्थी में सुभाष मद्धेशिया, नितीश कुमार भारती तथा आनंद विश्वकर्मा शामिल हैं। तीनों शोधार्थियों के चयन से विश्वविद्यालय में हर्ष का वातावरण है।
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विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने भी बधाई दी और इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय के शोध और अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के अन्य शोधार्थियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी और अकादमिक शोध में नए कीर्तिमान स्थापित करने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करेगी।
अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. राजवंत राव,
विभागाध्यक्ष प्रो. प्रज्ञा चतुर्वेदी एवं अन्य शिक्षकों ने इनकी इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी हैं।
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यह सफलता इनके कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम के साथ ही विभाग के समस्त प्राध्यापकों और मार्गदर्शकों के उत्कृष्ट निर्देशन का भी प्रमाण है।
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