यूपी में विधान परिषद चुनाव 2022 (UP MLC Election 2022) को लेकर गर्मायी सियासत के बीच सीतापुर (Sitapur) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशी व लूट के आरोपी अरुणेश यादव (Arunesh Yadav) विवादों के घेरे में आ गए हैं। पुलिस ने उक्त मामले में अरुणेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। यही नहीं, पुलिस सपा के एमएलसी प्रत्याशी अरुणेश यादव के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है। अरुणेश यादव फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
सपा पर हमलावर हुई भाजपा
अरुणेश यादव पर एक स्वास्थ्यकर्मी के बच्चों को बंधक बनाकर 40 लाख रुपये की लूट का आरोप है। पुलिस ने अरुणेश यादव की गिरफ्तारी के दौरान 7 लाख रुपयों का माल व नगदी भी बरामद की थी। अब ऐसे में समाजवादी पार्टी द्वारा लूट के आरोपी अरुणेश यादव को एमलएसी प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी समाजवादी पार्टी पर अपराधियों की हितैषी होने का आरोप लगाते हुए हमले कर रही है।
लूट की वारदात का मास्टर माइंड होने का आरोप
जानकारी के अनुसार, सपा के एमएलसी प्रत्याशी का अपराधिक इतिहास बताता है कि उनके खिलाफ मडियावां थाने में लूट का मामला दर्ज है। 21 मई 2020 को यहां के शंकरपुरी इलाके में रहने वाले स्वास्थ्यकर्मी आशीष सिंह के मकान में उनके बच्चों को बंधक बनाकर करीब 40 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोप है कि इस लूट की वारदात का मास्टर माइंड सपा का एमएलसी प्रत्याशी अरुणेश यादव था।
इस मामले में एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि सपा के एमएलसी प्रत्याशी अरुणेश यादव ने जो शपथपत्र दाखिल किया है, उसमें 2 मुकदमे दिखाए गए हैं। मड़ियाओं थाने में स्थित आशीष सिंह के घर पर 2020 में लूट हुई थी, जिसके आरोपियों में छठे नंबर पर अरुणेश यादव का नाम दर्ज है। उन्होंने बताया कि अरुणेश यादव के पास से लूट का माल भी बरामद हुआ था। अरुणेश के खिलाफ 392, 411 का मामला दर्ज है। मामला न्यायालय में अभी विचाराधीन है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )