उत्तर प्रदेश के एटा (Etah) जनपद में जिला पंचायत चुनाव (Zila Panchayat Election) की मतगणना में गड़बड़ी की शिकायत कर भाजपा के विधायक सहित तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि वार्ड संख्या 10 के मतों में हेराफेरी की गई है। ऐसे में डीएम के आदेश पर जब रीचेकिंग की गई तो 6 बूथ ऐसे निकले, जिनके पत शामिल ही नहीं किए गए थे। मतगणना के बाद चुनाव परिणाम बदल गया और भाजपा के प्रत्याशी गजेंद्र पाल को विजयी घोषित किया गया है। इससे पहले समाजवादी पार्टी की साधना देवी को जीत का प्रमाण दिया गया था। भाजपा प्रत्याशी (BJP Candidate) को जीत का प्रमाणपत्र मिलने के बाद विधायकों का धरना बुधवार आधी रात खत्म हो गया।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार दोपहर को जिला पंचायत चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र बांटे जा रहे थे। इसमें वार्ड संख्या-10 के भाजपा समर्थित प्रत्याशी गजेंद्र सिंह अपने समर्थकों के साथ सीडीओ अजय प्रकाश के पहुंचे। वह अपना प्रमाण पत्र मांग रहे थे। लिस्ट देखने के बाद सीडीओ ने बताया कि वार्ड-10 से विजयी प्रत्याशी सपा की साधना को प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया है।
गजेंद्र पाल सिंह धनगर ने आरोप लगाया कि मतगणना में हमारे पक्ष में वोट बताए गए। इस हिसाब से हम चुनाव जीते हैं। ऐसे में सपा समर्थित प्रत्याशी साधना देवी को प्रमाण पत्र कैसे दे दिया गया। उन्होंने बताया कि हमें मतगणना के बाद 7213 मत मिले थे, जबकि साधना के 5713 वोट मिले थे। इसके बाद गजेंद्र सिंह शोर मचाने लगे, जिसे सुनकर अपने कक्ष में बैठी डीएम डॉ. विभा चहल भी पहुंच गई। गजेंद्र सिंह की उनसे काफी देर तक बहस हुई।
उधर, मामले की जानकारी भाजपा के जिलाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों को दी गई। इसमें जिला प्रभारी एमएलसी धर्मवीर प्रजापति, जिलाध्यक्ष संदीप जैन, अलीगंज विधायक सत्यपाल सिंह राठौर, मारहरा विधायक वीरेंद्र वर्मा, जिला संयोजक पंचायत चुनाव पंकज गुप्ता, पंकज चौहान, सुशील गुप्ता सहित तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गए।
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इसके बाद डीएम डॉ. विभा चहल के आदेश पर देर रात वोटों और चार्ट की रीचेकिंग की गई। इसमें पता चला कि 6 बूथों के मतों को परिणाम में शामिल ही नहीं किया गया था। रीचेकिंग में गलती पकड़ में आ गई। मतों कि गिनती हुई तो भाजपा के गजेंद्र सिंह सपा की साधना देवी से आगे हो गए। ऐसे में उन्हें विजयी घोषित कर दिया गया।
इसके बाद रात तकरीबन 12:00 बजे भाजपा विधायक और नेता धरना समाप्त कर चले गए। हालांकि अभी तीन और वार्डों पर गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं। जिसे लेकर आज फैसला होना है।
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