समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को किसान आंदोलन के मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि भाजपा सरकार ने आज से एक साल पहले काले कानूनों की काली बुनियाद रखी थी, जिससे आजाद भारत का सबसे बड़ा आंदोलन जन्मा। किसान आंदोलन देश के हर घर का आंदोलन है। भाजपाई उत्पीड़न के ख़िलाफ़ हम किसानों के साथ खड़े हैं। किसान एकता भाजपा के दंभ को बदरंग कर देगी।
इससे पहले शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में कोरोना पीड़ितों के परिजनों का मुद्दा उठाते हुए योगी सरकार पर हमला किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि यूपी में कोरोना-पीड़ितों के परिजन पहले इलाज, बेड, दवाई के लिए भटकते रहे और अब मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए भटक रहे हैं। परिजन शपथपत्र व हलफ़नामा तक देने को तैयार हैं पर कहीं कोई सुनवाई नहीं है। परिवारों व परिजनों का दर्द न समझनेवाली भाजपा सरकार जैसी निर्मम सत्ता पहले कभी नहीं आई।
बता दें कि अखिलेश यादव जनता के हर मुद्दे पर ट्वीट के जरिए सरकार से सवाल करते रहते हैं। उन्होंने शनिवार को योगी आदित्यनाथ सरकार से कोरोना संक्रमण (Corona Infection) को रोकने के लिए अब तक हुए सारे खर्च का हिसाब मांगने के साथ ही सभी वर्ग को ब्लैक फंगस का भी मुफ्त इलाज देने की मांग की थी।
सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार से कोरोना वायरस संक्रमण पर खर्च का सरकार से हिसाब लेने के साथ ही सभी खरीद का बिल भी देने की मांग की है। अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार से इस संबंध में सभी आंकड़े मांगे हैं। उन्होंने सरकार से पूछा है कि आप ने तो जनता को कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी कराने को कहा था, सरकार ने जनता के कितने बिलों का भुगतान किया है। जनता यह जानना भी चाहती है। भाजपा सरकार जनता के बिल के भुगतान के सभी आंकड़े सामने रखे।
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