उत्तर प्रदेश में अब अगले चार साल तक हर साल 2000 नर्सों की भर्तियां (2000 Nurse Recruitment) की जाएंगी। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) ने राज्य चिकित्सा सोसाइटी की बैठक में पहले चरण की 1790 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति (UP Staff Nurse Recruitment) को हरी झंडी दे दी है। इस नियुक्ति के लिए पीजीआई को परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी मिली है।
यह भर्ती अगले तीन महीने में पूरी होने की संभावना है। जल्द इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है। स्टाफ नर्स के पदों पर भर्ती के लिए जल्द आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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मंगलवार को राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रमुख चिकित्सा शिक्षा सचिव आलोक कुमार भी मौजूद रहें। इस बैठक में नर्सिंग सर्विस को स्वीकृति दी गई है। नर्सिंग सेवा भर्ती के तहत पहले चरण में 1790 स्टाफ नर्सों की भर्तियां की जाएंगी।
स्टाफ नर्स की नई भर्तियों के लिए परीक्षा लखनऊ के एसजीपीजीआई द्वारा आयोजित की जाएगी। वैकेंसी जारी होने के 3 माह के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि इसी प्रक्रिया को अपनाते हुए हर साल करीब 2000 नर्सों की भर्तियां होंगी।
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यूपी के चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की भर्ती के लिए कॉलेज के प्रधानाचार्यों को नियुक्ति, वित्तीय अधिकार और अवकाश स्वीकृति जैसे अधिकार भी दिए जाएंगे। कॉलेजों के बैंक खातों को संचालित करने के लिए भी प्रधानाचार्यों को अधिकार दे दिए गए हैं।
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