यूपीपीएससी (UPPSC) की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की गिरफ्तारी के बाद उनके कार्यकाल की अन्य भर्तियों पर उठे सवाल और हो चुकी परीक्षाओं को निरस्त करने की अभ्यर्थियों की मांग पूरी होने के आसार नहीं हैं। यूपीपीएससी ने इससे साफ इंकार कर कर दिया है। यूपीपीएससी का कहना है कि अन्य भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के किसी के पास साक्ष्य हों तो वह चाहे तो कोर्ट जाकर प्रस्तुत कर सकता है।
एसएसपी ने गठित की एसआईटी टीम
अभ्यर्थियों की मांग है कि पीसीएस जे 2018 की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा, पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा, आरओ/एआरओ 2017 की मुख्य परीक्षा, पीसीएस 2018 की परीक्षाएं निरस्त की जाएं। इसके साथ ही सात विषयों का परिणाम निकलने के बावजूद एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती भी निरस्त किए जाने की मांग है, क्योंकि इसी शर्त में सामाजिक विज्ञान और हिंदी का प्रश्नपत्र वाराणसी स्थित प्रिंटिंग प्रेस से लीक होने का मामला उजागर हुआ है।
बता दें कि लोक सेवा आयोग पेपर लीक मामले की हाई प्रोफाइल जाचं के लिए एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम) गठित कर दी है। एसएसपी के पर्यवेक्षण में टीम इस मामले की तह तक जाएगी। एसआईटी में एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद, एसपी ग्रामीण एमपी सिंह, सीओ पिडरा अनिल राय, सीओ सदर सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और थाना प्रभारी चोलापुर शामिल हैं। शुक्रवार को गठित होने के बाद एसआईटी ने काम शुरू कर दिया है।
आरओ-एआरओ भर्ती 2016 की एसटीएफ से कराई जाए जांच
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने यूपीपीएससी की परीक्षा नियंत्रक की गिरफ्तारी के बाद अब 27 नवंबर 2016 को हुई आरओ/एआरओ 2016 की प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम पर रोक लगाए जाने की मांग की है।
अंजू के मुद्दे पर पीसीएस एसोसिएशन आंदोलित
जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ द्वारा एलटी ग्रेड परीक्षा 2018 की जांच में परीक्षा नियंत्रक लोक सेवा आयोग अंजू कटियार की गिरफ्तारी ने पीसीएस एसोसिएशन को आंदोलित कर दिया है। अपने संवर्ग की अधिकारी की गिरफ्तारी के मुद्दे को लेकर एसोसिएशन के पदाधिकारी शनिवार को राजधानी के डालीबाग स्थित कार्यालय पर बैठक कर अगली रणनीति तय करने वाले हैं।
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