कुछ महीने पहले ही वाराणसी जिले में कमिश्नर सिस्टम की शुरुआत हुई थी, जिसके बाद आईपीएस ए सतीश गणेश को जिले का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। उनका शुरुआत से ही एक ही लक्ष्य है कि अपराध का खात्मा किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पुलिसकर्मियों को भी ईमानदारी से ड्यूटी करने के निर्देश दिए थे। यही परखने के लिए पुलिस कमिश्नर शुक्रवार को कानून व्यवस्था जांचने निकले। इस दौरान बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी ड्यूटी से नदारद मिले। पुलिस कमिश्नर ने सबको सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं।
लिस्ट में शामिल 16 पुलिसकर्मी
जानकारी के मुताबिक, वाराणसी पुलिस कमिश्नर सतीश गणेश लगातार कानून व्यवस्था में सुधार लाने के लिए हर सम्भव कदम उठा रहे हैं। इसमें पुलिसिंग की अच्छी व्यवस्था भी शामिल है। थानों से लेकर चौकियों तक पुलिसकर्मियों को क्राइम कंट्रोल के लिए क्षेत्र में बने रहने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन इन्ही बैठकों में पुलिस कमिश्नर ने पाया कि बनारस के विभिन्न थानों पर तैनात आरक्षी व मुख्य आरक्षी ड्यूटी से गायब हैं। इनकी संख्या एक दो नही बल्कि 16 है। इन पुलिसकर्मियों में सिपाही और हेड कांस्टेबल शामिल हैं।
इनमें 9 थानों के 16 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा ट्रैफिक, ज्ञानवापी सुरक्षा, अभिसूचना के एक पुलिस कर्मी शामिल हैं। आदमपुर, लंका, भेलुपर, दशाश्वमेघ, कैंट, कोतवाली, आदमपुर, मंडुआडीह के अलावा ट्रैफिक, अभिसूचना, ज्ञानवापी सुरक्षा के निलंबित होने वाले 16 आरक्षी और मुख्य आरक्षी शामिल हैं।
पुलिस कमिश्नर ने कहा ये
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि ये वो पुलिसकर्मी हैं जो 15 दिनों से ज्यादा ड्यूटी से गायब हैं। जिसका इन्होंने कोई सूचना नहीं दी है और ना ही छुट्टी ली है। कार्य में लापरवाही और गैरहाजिरी रहने पर उन्हें निलंबित किया जाता है। अगर किसी पुलिसकर्मी को कोई समस्या है तो वह अपने एसीपी, एडीसीपी, डीसीपी या एडिशनल सीपी या फिर उनसे बताएं। मगर, बगैर सूचना के ड्यूटी से गायब रहने जैसी घोर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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