शारदीय नवरात्र के पहले दिन से ही उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के निर्देशानुसार मिशन शक्ति की शुरुआत हुई। इस मिशन में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसी के चलते इसकी ब्रांड एंबेसडर भी ऐसी महिलाओं को बनाया गया है, जिन्होंने अपनी फील्ड में एक मुकाम हासिल किया। इन्हीं में शामिल हैं, लखनऊ में तैनात एक महिला सिपाही अनीता यादव। जिनके पोस्टर पूरे प्रदेश में लगे है। आइए आपको भी बताते हैं कि अनीता को ब्रांड एंबेसडर क्यों बनाया गया।
इस वजह से बनी ब्रांड एंबेसडर
जानकारी के मुताबिक, अगर महिला सिपाही अनीता के कामों पर ध्यान दें तो उन्नाव में रहने के दौरान अनीता ने कर्तव्यों का बखूबी पालन किया। उन्होंने गरीब बच्चों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाने की मुहिम भी चलाई। सदर कोतवाली के पास डेरा डालकर रहने वाले खानाबदोश परिवारों के बच्चों पर अनीता अपनी कमाई का कुछ अंश खर्च करने लगीं। कभी वह बच्चों को अच्छे कपड़े देकर तो कभी कॉपी- किताबें और खानपान की वस्तुएं देेती थीं।
महिला सिपाही साथी महिला पुलिसकर्मियों की मदद से इन बच्चों को स्कूल भेजने का प्रबंध किया। इतना ही नहीं एक बार तो जिले के गांधी नगर तिराहे पर छात्रा का दुपट्टा खींचकर भागे शोहदे को पकड़ा था। जिसके बाद से उनका नाम जाबांज सिपाहियों ने किया जाने लगा।
Also read: यूपी: वीमेन सिक्योरिटी के लिए ‘मिशन शक्ति’ का आगाज, अबसे हर थाने में महिलाओं को मिलेगी विशेष सुविधा
140 महिला सिपाहियों की लिस्ट में चुना गया नाम
बता दें कि मिशन शक्ति की होर्डिंग के लिए 140 महिला सिपाहियों के नाम की लिस्ट तैयार की। लिस्ट में सभी सिपाहियों के पूर्व की उपलब्धियां भी बताई गईं। इनमें उन्नाव कार्यकाल के दौरान असहायों की मदद और शोहदों पर कार्रवाई से चर्चित हुईं अनीता यादव को मिशन शक्ति का ब्रांड एंबेसेडर चुना गया।
ट्रक ड्राइवर की हैं बेटी
सुल्तानपुर के कादीपुर गांव निवासी ट्रक चालक केदारनाथ यादव ने तीन बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ ही संस्कार भी दिए। वर्ष 2016 में उनकी छोटी बेटी अनीता यादव को सिपाही पद पर नियुक्ति मिली। पहली तैनाती उन्नाव के सदर कोतवाली में मिली। अपनी बेटी को इस कदर ऊंचाइयों पर पहुंचता देख उनका परिवार काफी खुश है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )