नई दिल्ली: मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी का विवादों से नाता कोई नयी बात नहीं लगती है लेकिन वो तब विवाद पैदा कर लेते हैं जब कोई विवाद उनके इर्द-गिर्द नहीं होता है। उनके बयानों में वो मुस्लिम लोगों के हक़ की बात करते है लेकिन मर्यादाओं का ध्यान शायद नहीं रहता है उनको या वो जानबूझकर ऐसे बयां देते हैं जिनपर की विवाद खड़ा किया जा सके।
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ओवैसी जो वकालत की पढ़ाई कर चुके हैं, सभी का जवाब देते हैं। बीती रात मुंबई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने तीन तलाक के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा। इस बैठक में उनपर एक व्यक्ति ने जूता फेंक दिया। यह अलग बात है कि उनपर जूता लगा नहीं और पुलिस अब उस व्यक्ति की तलाश कर रही है।
ओवैसी के पाँच सबसे विवादित बयान
1. भाजपा-आरएसएस नेताओं के दिमाग की सफाई ज्यादा जरूरी है।
2. ‘भारत माता की जय’ जरूरी नहीं
3. नोटबंदी के वक्त मुस्लिम इलाकों में नहीं भेजा जा रहा पैसा
4. दिसंबर 2015 को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर ओवैसी ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं, बाबरी मस्जिद बनकर रहेगी.
5. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार की शुरुआत करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि सपा-कांग्रेस का अलायंस दादरी-बाबरी के अलायंस जैसा है.