BT Fact Check: ‘लुलु मॉल में नमाज़ पढ़ने वाले हिन्दू थे?’, जानें वायरल मैसेज की सच्चाई

लुलु मॉल का उद्घाटन 10 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था. जब से लखनऊ में स्थित लुलु मॉल का उद्घाटन हुआ है तब से मॉल किसी ना किसी विवाद में पड़ रहा है. उद्घाटन के दूसरे ही दिन वहां कुछ लोगों ने नमाज पढ़ी थी. जिसके बाद से मामले में विवाद बढ़ता ही चला गया. इसी क्रम में सोशल मीडिया में भी कई तरह की बातें हो रही हैं. बहुत से लोग बिना पूरा मामला जानें अफवाह फैला रहे हैं. ऐसे लोगों को अब लखनऊ पुलिस ने चेतावनी जारी करते हुए सभी अफवाहों का खंडन किया है. आइये आपको बताते हैं कि आखिर ये पूरा मामला है क्या ?

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, 10 जुलाई को लुलु मॉल का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. इसके बाद 13 जुलाई को एक वीडियो वायरल होने लगा, जिसमें कई लोग नमाज पढ़ते हुए दिखाई दे रहे थे. इस वीडियो पर हिंदू संगठन भड़क गए और लुलु मॉल के अंदर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ करने की धमकी देने लगे. पुलिस ने हिंदूवादी संगठनों के कुछ नेताओं को घर पर नजरबंद किया तो कुछ को लुलु मॉल के बाहर से हिरासत में ले लिया.

इस पूरे मामले के बाद पुलिस ने एक प्रेस रिलीज जारी की थी. इस ट्वीट में सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने की बात कही गई है. चारों पर धारा-144 के उल्लंघन का आरोप है. यहां गौर करने वाली बात है कि यही वो ट्वीट है, जिसके आधार पर वायरल वीडियो में दिख रहे नमाज़ियों की गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है.

लोगों ने किए Tweet

इसी ट्वीट को आधार बनाकर लोगों ने ये पोस्ट करना शुरू कर दिया कि मॉल में हिंदुओं ने ही मुस्लिम बनकर नमाज पढ़ी थी. ऐसे में एक ट्विटर यूज़र और महिला कांग्रेस से जुड़ीं Dr Pooja Tripathi ने ट्वीट कर लिखा, लखनऊ के लूलू मॉल में नमाज़ पढ़ने का मामला याद होगा. CCTV से अब उन नमाज़ पढ़ने वालों के नाम पता चले हैं-  नाम हैं- गौरव गोस्वामी, सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक…ये लोग मुस्लिम बनकर नमाज़ पढ़ रहे थे. धर्म की अफ़ीम चटा कर इस देश की बर्बादी का मंजर देख रहे कुछ लोग. 

डॉ पूजा त्रिपाठी के ट्वीट का स्क्रीनशॉट.

 

अपने ट्वीट में पूजा ने DCP South Lucknow के ट्विटर अकाउंट का स्क्रीनशॉट भी लगाया था. हालांकि कुछ देर बाद पूजा ने ये ट्वीट डिलीट कर दिया.

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पूजा त्रिपाठी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने लिखा, यह पुरानी संघी तकनीक है. गोडसे भी बुर्कानशीं हो कर गांधी की हत्या करने का षड्यंत्र रच रहा था. हालांकि थोड़ी देर बाद पवन खेड़ा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.

इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक़ जामेई ने वायरल दावा ट्वीट कर लिखा, #LuluMall 16 सेकेंड नमाज़ की घटना में नाथूराम गोडसे और मुस्लिम मंच वाले ही निकले, ऐसी घटना मीडिया के एक वर्ग के सहयोग से घटित हो रही है जिससे बेरोजगारी, महगाई,कानून व्यवस्था, गरीबी और विकास पर बात चीत न हो, ऐसी घटनाओं से भय द्वेष अशांति फैलेगी तो कौन इन्वेस्ट करने आएगा!

असके अलावा भी कई ऑफिशियल अकाउंट वालों ने मामले में ट्वीट किया है.

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लखनऊ पुलिस ने किया खंडन

इस तरह की पोस्ट सामने आने के बाद लखनऊ पुलिस ने इस बात का खंडन किया है. पुलिस ने अपने पोस्ट में कहा कि- सोशल मीडिया पर लू-लू मॉल प्रकरण के सम्बन्ध में कुछ युवकों का नाम लेकर भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही है, जो कि पूर्णतया असत्य है. लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस इस भ्रामक खबर का पूर्ण रूप से खण्डन करती है.

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