UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) कृषि क्षेत्र में निरंतर नए प्रोत्साहन और अनुदान योजनाएँ चला रही है। रबी फसल को ध्यान में रखते हुए इस बार किसानों को 92,518 मिनीकिट वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही कृषि विभाग 8,385 किसान पाठशालाओं के माध्यम से किसानों को नई उत्पादन तकनीक और उन्नत कृषि पद्धतियों से अवगत कराएगा।
रबी फसलों में उत्पादन की संभावना अधिक
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार रबी मौसम में दलहनी फसलों का क्षेत्रफल और उत्पादन खरीफ मौसम की तुलना में अधिक होता है। साथ ही इस मौसम में कीट और रोगों का संक्रमण कम होता है, जिससे उत्पादकता बेहतर मिलती है। यह किसानों के लिए रबी सीजन को और लाभकारी बनाता है।
कृषि मंत्री ने किसानों को नई तकनीक अपनाने की दी सलाह
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Surya Pratap Shahi) ने कहा कि सरकार किसानों को अन्नदाता मानकर उनके उत्थान के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने रबी गोष्ठियों और किसान पाठशालाओं में किसानों को बीज शोधन, जैव रसायन और कृषि रक्षा रसायन के माध्यम से बीज शोधित करने की सलाह दी। इसके अलावा, राइजोबियम कल्चर से मृदा में नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने पर लागत घटाने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है।
कई योजनाओं के माध्यम से उत्पादन को बढ़ावा
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने रबी में दलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। इसमें किसानों को निःशुल्क मिनीकिट, प्रति एकड़ 4,000 रुपये का अनुदान, खंड प्रदर्शन और किसान पाठशालाओं के माध्यम से नई तकनीक का प्रशिक्षण शामिल है। ये कार्यक्रम किसानों को उत्पादन बढ़ाने और फसल की गुणवत्ता सुधारने में सहायक साबित होंगे।
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वित्तीय मदद और डीबीटी के माध्यम से लाभ
वर्तमान रबी सीजन में 92,518 मिनीकिट, 8,385 खंड प्रदर्शन और 8,385 किसान पाठशालाओं का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त नेशनल फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रीशन मिशन के तहत बीजों और प्रदर्शन कार्यक्रमों पर वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। चयनित किसानों के खाते में यह अनुदान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजा जाएगा, जिससे किसानों को सीधे लाभ मिलेगा।