उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग आये दिन चर्चा का विषय बना रहता है. ताजा मामला चंदौली जिले का है, जहाँ पुलिस लाइन परिसर में तैनात प्रतिसार निरीक्षण (आरआई) रविंद्र प्रताप सिंह पर एएसपी नक्सल अनिल कुमार ने दुर्व्यवहार और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने मुख्यमंत्री,पुलिस महानिदेशक अपर पुलिस महानिदेशक तथा पुलिस महा निरीक्षक के साथ-साथ एसपी को पत्र लिखकर आरआई द्वारा किए गए व अनुशासनहीनता पर एक्शन लेने की मांग की है. पत्र सामने आने के बाद से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं मिली जानकारी के अनुसार शासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आरआई को निलंबित कर दिया गया है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, चंदौली जिले में तैनात एएसपी अनिल कुमार के पत्र की मानें तो 20 जुलाई को चंदौली (Chandauli) पुलिस लाइन पहुँचे एएसपी अनिल कुमार अर्धवार्षिक निरीक्षण करने पुलिस लाइन चंदौली पहुँचे थे. उन्होने अवलोकन हेतु होमगार्ड मंजूर आलम को पुलिस लाइन भेजकर गणना रजिस्टर तथा अधिकारियों कर्मचारियों की नियुक्ति रजिस्टर लाने का आदेश दिया. मंजूर के साथ पहुँचे गणना मेजर मुमताज अहमद गणना रजिस्टर तो ले गये, लेकिन नियुक्ति रजिस्टर नहीं लाया गया.
इस मामले में जब एएसपी (ASP) अनिल कुमार ने पूछा तो मुमताज अहमद ने बताया कि यहां नियुक्ति रजिस्टर बना ही नहीं है. जिसपर अनिल कुमार ने पूछा कि नियुक्ति रजिस्टर नहीं बना है तो यह कैसे पता चलेगा कि कौन सा कर्मचारी कब और कहां से नियुक्त है या हटाया गया. जिसपर मुमताज अहमद ने उन्हें बताया कि प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन चंदौली द्वारा अपने मन से नियुक्ति दी जाती है और हटाया जाता है. इसके बाद मुमताज अहमद को पुलिस लाइन चंदौली वापस भेज दिया गया.
एएसपी अनिल कुमार के मुताबिक ‘कुछ देर बाद प्रतिसार निरीक्षक (RI) रविंद्र प्रताप सिंह मेरे कक्ष में आये और नियुक्ति रजिस्टर ना बनाने को लेकर मुझे जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने लगे. शिकायती पत्र में लिखा है कि आरआई ने उनसे कहा कि तुम कन्नौज के चमार हो, और मै बनारसी ठाकुर हूँ. ठाकुरों की सरकार है. तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेंकते हैं. साथ ही कहा गया कि, एसपी, आईजी, डीआईजी, एडीजी मेरी जेब में रहते हैं.’ इसके बाद आरआई यहीं नहीं रूका, उसने कहा ‘आरआई हूँ, सारी खरीददारी करता हूँ. एसपी, एएसपी लाइन, सीओ लाइन हमारे कारिंदे होते हैं. मैं जो चाहूँ वह रजिस्टर दिखाता हूँ, जो नहीं चाहता वह नहीं दिखाता। और मदों में नियुक्त अधिकारी कर्मचारियों के बारे में पूछने वाले तुम कौन होते हो.’
पत्र लिखकर माँगा न्याय
एएसपी अनिल कुमार ने सीएम योगी, गृह सचिव यूपी, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक, एससी-एसटी आयोग दिल्ली व लखनऊ सहित लिखित में शिकायत की है. अनिल कुमार का कहना है कि ‘मेरी जो बेइज्जती की गई उसका गवाह मेरा गनर भी है. आरआई द्वारा किया गये इस व्यवहार से मेरे मान-सम्मान को ठेस पहुँचा है.’
Input- Santosh kumar
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