अलीगढ़ हत्याकांड: आरोपी की पत्नी समेत 4 गिरफ्तार, बच्ची का परिवार बोला- इंसाफ नहीं मिला तो कर लेंगे खुदकुशी

यूपी के अलीगढ़ में ढाई साल की मासूम बच्ची की हत्या करने के मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी ज़ाहिद और उसकी पत्नी शाहिस्ता समेत 4 लोग गिरफ्तार किया है. एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि जाहिद की पत्नी शाहिस्ता के दुपट्टे में बच्ची का शव लिपटा हुआ था. पीड़ित परिवार ने कहा है कि आरोपियों को 24 घंटे में फांसी दी जाए नहीं तो थाने के सामने खुदकुशी कर लेंगे.


बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी मेंहदी हसन मुख्य आरोपी जाहिद का भाई है. फिलहाल पुलिस मेंहदी हसन से पूछताछ में जुटी हुई है. मेंहदी पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है. बताया जा रहा है कि जिस दिन मासूम बच्ची का शव मिला, उसी दिन लोगों ने मेंहदी की जमकर पिटाई की थी, जिसके बाद से वो फरार हो गया था. इससे पहले पुलिस ने दो आरोपियों जाहिद और असलम को गिरफ्तार किया था.


दूसरी ओर, हत्याकांड को लेकर टप्पल इलाके में रोष है. शुक्रवार रात पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए लोगों ने कैंडल मार्च निकाला. वकीलों ने भी आरोपियों की पैरवी करने से इनकार दिया है. बच्ची का शव 2 जून को कूड़े के ढेर में पड़ा मिला था. बच्ची के दादा से 10 हजार रुपए के लेनदेन विवाद में आरोपी जाहिद ने 30 मई को उसका अपहरण कर लिया था.


मुख्य आरोपी को सट्टा किंग बुलाते हैं दोस्त

एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि बेटी से दुष्कर्म के मामले में जमानत पर छूटने के बाद असलम ने कस्बे में एक महिला से छेड़छाड़ की थी. दिल्ली के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र से उसके खिलाफ एक बच्चे का अपहरण का मामला दर्ज है. टप्पल थाने में उस पर गुंडा एक्ट के तीन केस दर्ज हैं. असलम कुछ दिन पहले ही जमानत पर छूटा था. दूसरी ओर, मुख्य आरोपी जाहिद जुआरी है, दोस्त उसे सट्टा किंग के नाम से भी बुलाते हैं.


परिवार ने कहा- इंसाफ नहीं मिला तो खुदकुशी कर लेंगे

बच्ची के परिवार ने आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर 24 घंटे के भीतर आरोपियों को फांसी नहीं दी गई तो वे थाने पहुंचकर खुदकुशी कर लेंगे. दूसरी ओर, शुक्रवार रात अलीगढ़, वाराणसी और कई शहरों में पीड़ित बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया. अलीगढ़ के वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है.


पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर सवाल उठ रहे

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि बच्ची से दुष्कर्म नहीं हुआ. हालांकि, परिवार ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के शरीर से किडनी, पेशाब की थैली और प्राइवेट पार्ट गायब मिला है. सीएमओ एमएल अग्रवाल ने बताया कि वेजाइनल स्वैब को जांच के लिए लैब भेजा गया है.


एसएसपी आकाश कुलहरी सवालों के घेरे में

इस मामले में यूपी पुलिस की घनघोर लापरवाही सामने आई है. एसएसपी आकाश कुलहरी ने बिना फोरेंसिक रिपोर्ट के ही मीडिया में आकर रेप की बात को नकार दिया. ऐसे में एसएसपी की भूमिका संदिग्ध दिख रही है. कुलहरी पर मामले को दबाने का आरोप लगा लग रहा है. अब सवाल उठता है कि क्या पुलिस के दबाव में सीएमओ ने अपनी रिपोर्ट बनायी. बता दें कि सीएमओ ने रेप की पुष्टि नहीं की वहीं डीजी ने कहा कि मामले में पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई होगी.


दो दिन तक नहीं भेजा गया सैम्पल

इतना ही नहीं घटना के बाद अलीगढ़ पुलिस सोती रही. इस मामले में लाश मिलने के दो दिन बाद सैम्पल नहीं भेजा गया. घटना और जांच को भटकाने की कोशिश की गयी. क्या एसएसपी ने सभी को गुमराह किया ? और मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की? ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं.


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