उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर बड़ा हमला बोला है. अंबेडकरनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केशव ने सपा चीफ को ‘अखिलेश अली जिन्ना’ बता डाला है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी बांटने की घटिया राजनीति करती है, इसीलिए अब मैं उन्हें अखिलेश अली जिन्ना कहता हूं.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव पिछड़ों के नाम पर जो थोड़ी बहुत राजनीति कर रहे हैं उसे ही अवसरवादिता कहा जाता है. अगर पिछड़ों के लिए उनके दिल में कोई सम्मान होता तो 2014 से 2017 के बीच जब उनकी प्रचंड बहुमत वाली सरकार थी तो उन लोगों को स्थान देते जिनको इस समय सम्मान देने की कोशिश कर रहे हैं. इनके साथ 2014 के बाद न गया है और न ही 2022 के बाद ही जायेगा. पिछड़ा वर्ग हमारे साथ था और हमारे साथ ही रहेगा.
‘टोपीवाले’ बयान पर दी सफाई
जालीदार टोपी वाले बयान के सवाल पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि प्रयागराज में अतीक अहमद नाम का एक बहुत बड़ा माफिया है. जिसने दिन दहाड़े बसपा के एक विधायक की हत्या की थी. वहां एक प्रकार का आतंक फैला हुआ था. वहां हर चौराहे चट्टी पर बैठकर डराने धमकाने का कार्य होता था. अपराधी के खिलाफ भाजपा थी, है और रहेगी. उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कार्य किया है और आगे भी कार्रवाई की जाएगी. ऐसे वातावरण से उत्तर प्रदेश को बाहर निकाला है और जनता के आशीर्वाद से उसे बाहर ही रखेंगे.
दरअसल, हाल ही में प्रयागराज में व्यापारियों के सम्मेलन में बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि 2017 से पहले व्यापारियों को लुंगी और टोपी वाले बदमाश बंदूकों के बल पर गुंडा टैक्स वसूलते थे, लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही व्यापारियों को टोपी और लुंगी के बदमाशों से मुक्त कराया है. वरना एसपी और बीएसपी के शासन में टोपी वाले एवं लुंगी वाले गुंडे व्यापारियों को डराकर रंगदारी वसूलते थे. आज ये सब गायब हो गए, क्योंकि बीजेपी ने टोपी और लुंगी छाप गुंडों के आतंक को खत्म किया.
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