जुमे की नमाज के दिन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भड़की हिंसा मामले ने अब राजनीति का रूप ले लिया है. दरअसल, हिंसा के बाद सीएम योगी ने ये सख्त निर्देश जारी किए थे कि दोषियों को किसी भी हालात में बख्शा नहीं जाए. जिसके बाद से यूपी पुलिस ने कार्रवाई की शुरूआत कर दी है. इसी क्रम में बीती शाम यानि कि रविवार को प्रयागराज के विकास प्राधिकरण ने हिंसा भड़काने के मुख्य आरोपी जावेद पंप का अवैध निर्माण ध्वस्त किया है. प्रशासन की ये कार्रवाई सपा प्रमुख अखिलेश यादव को रास नहीं आई. उन्होने ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा था. जिसके बाद अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर पलटवार किया है.
अखिलेश के ट्वीट पर डिप्टी सीएम का पलटवार
जानकारी के मुताबिक, सपा चीफ अखिलेश यादव ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा कि, ये कहां का इंसाफ़ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख़्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जाँच पड़ताल बुलडोज़र से सज़ा दी जा कही है. इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान.
ये कहाँ का इंसाफ़ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख़्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जाँच पड़ताल बुलडोज़र से सज़ा दी जा रही है।
इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान। pic.twitter.com/DwnSfNXCnf
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 12, 2022
जिसके जवाब में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि पिटाई दंगाइयों.. पत्थरबाजों की होती है, दर्द श्री अखिलेश यादव जी को होता है, कारण क्या है? बता दें कि इससे पहले भी अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य के बीच जुबानी जंग का वाकया खूब सुर्खियों में छाया रहा था. सदन के दौरान दोनों नेताओं में हुई जुबानी जंग का वीडियो भी वायरल हुआ था.
पिटाई दंगाईयों पत्थर बाजों की होती है,
दर्द श्री अखिलेश यादव जी को होता है,
कारण क्या है?— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) June 12, 2022
अवैध तरीके से हुआ था घर का निर्माण
बता दें कि, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने प्रयागराज हिंसा के आरोपी जावेद अहमद के आवास पर विध्वंस नोटिस लगाया गया था और रविवार सुबह 11 बजे तक घर खाली करने के लिए कहा था. क्योंकि यह अवैध रूप से निर्मित था. पीडीए ने जावेद के अवैध रूप से निर्मित घर पर दोपहर करीब 1 बजे के बाद तोड़फोड़ की प्रक्रिया शुरू की गई. इसके लिए भारी संख्या में पुलिस के साथ पीएसी और आरएएफ के जवान पहले से ही तैनात कर दिए गए थे. जब अधिकारी जावेद के मकान में गए तो अंदर से पीएफआई के झंडे और आपत्तिजनक साहित्य भी मिला. अब पुलिस इसकी जांच में जुट गई.
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