उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) जनपद में जुमे की नमाज के बाद अटाला में हुई पत्थबाजी और आगजनी (Violence) के मामले में योगी सरकार ने शुक्रवार शाम से ही उपद्रवियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. जिसके अंतगर्त कई जगहों पर उपद्रवियों के पोस्टर लगवाए गए. वहीं कई जगह मुख्य आरोपियों के पोस्टर लगवाए गए. इसके साथ ही एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि प्रदेश भर में अब तक 357 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं कार्रवाई का ये सिलसिला लगातार जारी है.
एडीजी ने दी जानकारी
जानकारी के मुताबिक, य़ूपी के एडीजी कानून व व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नौ जिलों में हिंसा हुई थी. प्रयागराज में 97, सहारनपुर में 85, हाथरस में 55, अंबेडकर नगर में 41, मुरादाबाद में 40, फिरोजाबाद में 20, अलीगढ़ में छह, जालौन में पांच और लखीमपुर खीरी में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही कुमार ने बताया कि प्रयागराज और सहारनपुर में तीन-तीन प्राथमिकी तथा फिरोजाबाद, अलीगढ़, हाथरस, मुरादाबाद, अंबेडकर नगर, खीरी और जालौन में एक-एक FIR दर्ज की गई है.
इस मामले के बाद भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान के बाद उनपर पर कार्रवाई की मांग को लेकर सबसे पहले प्रयागराज में अटाला और आसपास के इलाकों में बीते शुक्रवार को भारी संख्या में एकत्र लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था.
इस दौरान भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश कर रहे पुलिस प्रशासन के लोगों पर पत्थरबाजी की गई. मामले में कुल 97 पत्थरबाजों को जेल भेजा जा चुका है. वहीं इस घटना के कथित मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के मकान को रविवार 12 जून को पीडीए द्वारा बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया था. प्रयागराज के साथ ही कई अन्य शहरों में जमकर बवाल हुआ था.
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