14 फरवरी को पुलवामा के अवंतीपुरा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारत के 44 जांबाज जवान शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा भड़के गुस्से ने अब अब रौद्र रूप ले लिया है. ख़बरों के अनुसार, जयपुर सेंट्रल जेल में बंद जासूसी एवं आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामले में बंद पाकिस्तानी कैदी शकीरूल्लाह उल्लाह उर्फ मोहम्मद हनीफ की हत्या का मामला सामने आया है.
लश्कर ए तैयबा से जुड़ा हुआ था मृतक
जेल सूत्रों के अनुसार, पुलवामा में आतंकी हमले के एक दिन बाद जेल में बंद आठ पाकिस्तानी कैदियों ने टीवी देखते हुए पाक जिंदाबाद के नारे लगाए थे, इससे अन्य कैदियों में नाराजगी थी. इस बात को लेकर दोनों पक्षों में पिछले तीन दिन से कई बार विवाद भी हुआ, लेकिन जेल प्रशासन की दखल से मामला शांत हो गया.
बुधवार को एक बार फिर कैदियों के दोनों गुटों में विवाद हुआ और इसी दौरान अन्य कैदियों ने शकीरूल्लाह की पीट-पीटकर हत्या कर दी. ये सभी कैदी एक ही बैरक में टीवी देख रहे थे. मृतक आतंकी संगठन सिमी और लश्कर ए तैयबा से जुड़ा हुआ था. वह यहां आजीवन कारावास की सजा काट रहा था.
Also Read: बॉर्डर पर जाकर PAK से जंग लड़ना चाहता है पूर्व डाकू मलखान सिंह, सरकार से मांगी इजाजत
2011 में एटीएस ने किया था गिरफ्तार
इस मामले पर जेल प्रशासन का कहना है कि, यह आठ आतंकी कैदी जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें से मृतक एक था. जेल प्रशासन के अनुसार, शकीरूल्लाह को साल, 2011 में एटीएस ने गिरफ्तार किया था और 30 नवंबर, 2017 को जयपुर अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट्र ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी. इस हत्या के बाद जेल में हड़कंप मच गया. जेल प्रशासन ने तत्काल उच्च अधिकारियों और पुलिस को सूचना दी. कैदियों को कड़ी चौकसी में रखा गया.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )