जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले की देश से लेकर विदेश तक में चारों ओर निंदा हो रही है. वहीं इसी बीच अलगाववाद को लेकर बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अश्विनी उपाध्याय का एक ट्वीट सामने आया है. जिसमें उन्होंने अलगाववाद से लेकर आतंकवाद तक के खात्मे को लेकर कई सुझाव दिए हैं.
अश्विनी उपाध्याय ने ट्वीट कर लिखा “मदरसों को बंद करें, 100₹ से बड़ी नोट बंद करें, 10 हजार से ऊपर कैश लेनदेन बंद करें, 1लाख से महंगी संपत्ति को आधार से जोड़ें, नार्को पॉलीग्राफ और ब्रेनमैपिंग कानून बनाएं, आय से अधिक शत-प्रतिशत संपत्ति जब्त करें, हवालाबाजों-कट्टरपंथियों को फांसी दें यदि अलगाववाद बंद न हो तो सन्यास ले लूंगा”.
उपाध्याय यहीं नहीं रुके इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा “अलगाववाद, कट्टरवाद, आतंकवाद का समाधान चीन की तरह हम दो-हमारे दो, एक देश एक नाम एक राष्ट्रगान एक निशान एक विधान एक संविधान, अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक विभाजन, बंद बच्चों के लिए समान शिक्षा समान चिकित्सा, सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता, कालाजादू पाखंड और धर्मांतरण विरोधी कानून”
मालूम हो कि आतंक की इन घटनाओं में अधिकतर देश के भीतर छिपे स्लीपर सेल की तरह काम करने वाले अलगाववादियों के लिंक सामने आते हैं. इन्ही की शह पर आतंक का कारोबार फलता-फूलता है. हालांकि मोदी सरकार ने अलगावादियों से उनकी सुरक्षा वापस ले ली है लेकिन इतने भर से ये समस्या खत्म नहीं होने वाली. भारत सरकार को इन अलगाववादियों के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाना पड़ेगा.
बता दें कि पुलवामा हमले में पाक प्रायोजित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम सामने आया है. जिसके बाद से भारत ने पाकिस्तान के प्रति बेहद कड़ा रुख अपना रखा है. पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीनने, निर्यात किए जाने वाले सामानों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 200 फीसदी तक बढ़ाने के बाद अब भारत पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोकने पर विचार कर रहा है. मोदी सरकार पाकिस्तान को विश्व पटल पर अलग-थलग करने की हरसंभव कोशिश कर रही है.
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