अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) की धरती पर वापसी हो चुकी है। नासा और स्पेसएक्स की क्रू-10 मिशन के तहत, सुनीता विलियम्स को लेकर ड्रैगन कैपसूल बुधवार को फ्लोरिडा के तट पर लैंड कर गया है।
मौसम का आकलन कर तय किया गया लैंडिंग समय
नासा (NASA) और स्पेसएक्स (SpaceX) ने अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए फ्लोरिडा के तट पर मौसम और स्पलैशडाउन की स्थितियों का आकलन किया। इस निर्णय के बाद, लैंडिंग के लिए बुधवार का दिन पहले तय किया गया था, लेकिन अनुकूल मौसम की स्थिति के चलते एक दिन पहले लैंडिंग का समय निर्धारित किया गया। नासा की टीम ने पूरी प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखी।
सुनीता विलियम्स ने बताया
सुनीता विलियम्स ने ईमेल के माध्यम से बताया कि वह पिछले नौ महीनों से अंतरिक्ष में लगातार वर्कआउट कर रही थीं, जिससे वह अब ज्यादा ताकतवर और फिट महसूस कर रही हैं।
बूच विलमोर के साथ क्रू-9 मिशन और तकनीकी खराबी
सुनीता विलियम्स और उनके सहयात्री बूच विलमोर का क्रू-9 मिशन मात्र आठ दिन का था। लेकिन उनके बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल में तकनीकी खराबी आने के कारण नासा ने सुरक्षा कारणों से इसे खाली लौटाने का निर्णय लिया।
डॉल्फिनों ने किया स्वागत
ड्रैगन कैप्सूल के लैंडिंग के बाद, सुरक्षा अधिकारियों के कैप्सूल तक पहुंचने से पहले, एक अप्रत्याशित घटना घटी। लैंडिंग के बाद डॉल्फिनों के एक समूह ने अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत किया, जो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक खास अनुभव रहा।