उतरौला (Utraula) क्षेत्र में धर्मांतरण कांड (Religious Conversion Scandal) के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा (Changur Baba) के नेटवर्क पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। हाल ही में छांगुर के भतीजे सबरोज (Sabroj) के अवैध कब्जे पर बनी कोठी को जिला प्रशासन ने बुलडोज़र से ध्वस्त कर दिया। यह मकान रेहरामाफी गांव में नवीन परती की जमीन पर बना था। एसडीएम सत्यपाल प्रजापति और नायब तहसीलदार प्रतिमा मौर्या की निगरानी में यह कार्रवाई की गई, जिसमें भारी पुलिस बल व पीएसी भी तैनात रही।
10 अवैध संपत्तियां चिन्हित
राजस्व विभाग ने छांगुर, उसके बेटे महबूब, सहयोगी नीतू और नवीन की संपत्तियों की जांच के बाद अब तक 10 अवैध संपत्तियों की पहचान की है। इनमें मधपुर, सुभाषनगर, रेहरामाफी और मनकापुर रोड जैसे क्षेत्रों में करोड़ों की जमीनें शामिल हैं। सिर्फ 2020 और 2021 में ही इन लोगों ने भारी मात्रा में जमीनें खरीदी थीं, जिनमें एक करोड़ 25 लाख की कृषि भूमि से लेकर नगर क्षेत्र में महंगी रिहायशी संपत्तियां शामिल हैं।
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एटीएस की FIR में 18 नाम, 8 गिरफ्तार, 9 की तलाश जारी
एटीएस द्वारा दर्ज एफआईआर में छांगुर सहित 18 लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से अब तक आठ को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी नौ आरोपियों की तलाश अभी जारी है। जांच एजेंसियां इन सभी के आर्थिक स्रोत, विशेषकर विदेशी फंडिंग के जरिए जमीन खरीद व प्लॉटिंग पर फोकस कर रही हैं। इनपुट के आधार पर स्थानीय प्रशासन उन सभी लोगों की सूची तैयार कर रहा है, जो इन संदिग्ध लेनदेन से जुड़े हैं।
पुलिस से मिलीभगत की जांच
प्रशासन अब उन स्थानीय कारोबारियों की भी पड़ताल कर रहा है, जिनके छांगुर व उसके नेटवर्क से संबंध रहे हैं। इनमें से कुछ की पुलिस से मिलीभगत की खबरें भी हैं। इन व्यापारियों की संपत्ति, लेन-देन और गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध कब्जों को लेकर आगे और भी कड़ी कार्रवाई होगी और जिले से लेकर अन्य इलाकों तक जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है।