UP MLC Election: सपा ने किया उम्मीदवारों का ऐलान, प्रत्याशियों की लिस्ट जारी, जानिए कौन-कहां से उतरेगा मैदान में?

UP MLC Election: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में स्नातक और शिक्षक विधान परिषद (MLC) चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इस बार बाजी मारते हुए सबसे पहले अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने पांच सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। जिनमे दो शिक्षक एमएलसी और तीन स्नातक एमएलसी शामिल है।

कौन-कहां से उतरेगा मैदान में?

वाराणसी-मिर्जापुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव को टिकट दिया गया है, जबकि गोरखपुर-फैजाबाद खण्ड से कमलेश मैदान में उतरेंगे। स्नातक एमएलसी सीटों पर इलाहाबाद-झांसी खण्ड से डॉ. मान सिंह, वाराणसी-मिर्जापुर खण्ड से दोबारा आशुतोष सिन्हा और लखनऊ खण्ड से श्रीमती कांति सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।

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एमएलसी चुनाव कब ?

राज्य में एमएलसी चुनाव फरवरी 2026 में होने की संभावना है। इसके लिए वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण 30 सितंबर से शुरू हो चुका है। इस बार कुल 11 सीटें खाली हो रही हैं । जिनमें 5 स्नातक और 6 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की सीटें शामिल हैं। विधान परिषद में दोनों ही श्रेणियों की आठ-आठ सीटें हैं। जिन सीटों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें लखनऊ, मेरठ, आगरा, वाराणसी और इलाहाबाद-झांसी (स्नातक क्षेत्र) शामिल हैं। वहीं शिक्षक क्षेत्रों में लखनऊ, मेरठ, आगरा, वाराणसी, बरेली-मुरादाबाद और गोरखपुर-फैजाबाद हैं।

क्या होंगे नियम?

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वोटर लिस्ट के लिए अर्हता की तारीख 1 नवंबर 2025 तय की है।स्नातक मतदाता सूची में वही लोग शामिल किए जाएंगे जिन्होंने इस तारीख से तीन साल पहले किसी विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की हो।
शिक्षक निर्वाचन सूची में ऐसे मतदाता जो पिछले छह वर्षों में से कम से कम तीन वर्ष तक किसी शिक्षण संस्थान में कार्यरत रहे हों, उनका नाम जोड़ा जाएगा।

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निर्वाचन क्षेत्रों के तहत जिले भी तय

विधान परिषद के इन चुनावों के लिए जिलों का विभाजन भी तय कर दिया गया है। लखनऊ क्षेत्र में लखनऊ, हरदोई, खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली और प्रतापगढ़ जिले शामिल हैं। वाराणसी क्षेत्र में बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र हैं। आगरा क्षेत्र में मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद और कन्नौज जैसे जिले शामिल हैं। मेरठ क्षेत्र में बुलंदशहर, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर हैं। इलाहाबाद-झांसी क्षेत्र में प्रयागराज, बांदा, झांसी और ललितपुर शामिल हैं, जबकि गोरखपुर-फैजाबाद क्षेत्र में गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या, आजमगढ़, अमेठी और कई अन्य जिले शामिल हैं।

सुविधाओं पर विशेष ध्यान

निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि मतदान केंद्र ऐसे बनाए जाएं जहां मतदाताओं को लंबी दूरी तय न करनी पड़े। नियमों के अनुसार, मतदान केंद्र अधिकतम 16 किलोमीटर की दूरी के भीतर होंगे। अगर कोई व्यक्ति दोनों—स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता है, तो उसके लिए एक ही केंद्र पर मतदान की व्यवस्था होगी ताकि उसे अलग-अलग जगह न जाना पड़े।

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