एक रामायण पाठ ने बढ़ाया पूर्वांचल का सियासी तापमान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ माने जाने वाले पूर्वांचल का सियासी तापमान अचानक बढ़ गया है. वजह बनी है पूर्व पत्रकार और देवरिया से मौजूदा बीजेपी विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी के आवास पर होने वाले रामायण पाठ में उमड़ी भीड़. जहां विधायक और उनसे जुड़े लोग इसे नितांत निजी और धार्मिक कार्यक्रम बता रहे हैं तो वहीं राजनीतिक विश्लेषक इसे शक्ति प्रदर्शन करार दे रहे. उनका मानना है कि धार्मिक आयोजन में 50 हजार की भीड़ जुटाना आसान नहीं है, बिना योजनाबद्ध तरीके ये संभव दिखता. इस आयोजन में शामिल हुए लोगों की कतार में गोरखपुर मंडल में वर्चस्व रखने वाले नेताओं की ही नहीं बल्कि समूचे प्रदेश के माननीय गणों व प्रभावशाली लोगों की मौजूदगी देखी गई.

दरअसल, बीते बुधवार यानि कि 11 नवंबर को डॉ शलभ मणि त्रिपाठी ने देवरिया में अपने निजी आवास सरस्वती सेवा सदन पर श्रीरामचरित मानस के अखंड पाठ का आयोजन रखा, जिसका समापन अगले दिन यानि कि 12 नवंबर को हुआ. दोपहर बाद से प्रसाद वितरण भोज कार्यक्रम शुरू हुआ जो कि देर रात तक चलता रहा. इस दौरान क्षेत्र विशेष के नेताओं के अलावा पूरे प्रदेश के कई बड़े नेता शलभ मणि त्रिपाठी के आवास पर देखे गए.

जिनमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व देवरिया सांसद रामपति राम त्रिपाठी, केंद्र सरकार में राज्यमंत्री कमलेश पासवान, यूपी सरकार में राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम, देवरिया सांसद शशांक मणि त्रिपाठी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, एमएलसी कामेश्वर सिंह, पूर्व मंत्री जयप्रकाश निषाद, रुद्रपुर विधायक दीपक मिश्र, बरहज विधायक सुरेंद्र चौरसिया रामपुर कारखाना विधायक मनीष जसवाल, मधुवन विधायक रामविलास चौहान, विधायक पीएन पाठक, विधायक विवेकानंद नंद पांडेय, विधायक सुरेंद्र कुशवाहा, विधायक अंकुर राज तिवारी, विधायक मोहन वर्मा, पूर्व विधायक सत्य प्रकाश मणि, पूर्व विधायक काली प्रसाद, पूर्व विधायक पवन केडिया, पूर्व विधायक रजनीकांत मणि, पूर्व विधायक रविन्द्र मल्ल, पूर्व एमएलसी महेंद्र यादव, देवरिया बीजेपी जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, गोरखपुर जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, जिलाध्यक्ष कुशीनगर दुर्गेश राय, देवरिया नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह, देवरिया जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीश तिवारी समेत दर्जनों नगर पंचायत सदस्य और ब्लॉक प्रमुखों के नाम शामिल हैं.

विधायक के इस कार्यक्रम में भारी भीड़ और हर्षोल्लास देखने को मिला. लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. प्रत्यक्षदर्शी राजेश निषाद ने बताया कि शाम पाँच बजे से लेकर देर रात तक देवरिया गोरखपुर रोड पर जाम लगा रहा. वहीं रात्रिभोज में शामिल हुए एक दूसरे प्रत्यक्षदर्शी पिंटू यादव ने बताया कि विधायक के आवास पर विशाल भंडारे जैसा माहौल दिखा. 50 से 60 हजार के बीच लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया होगा.

भले ही शलभ मणि त्रिपाठी के समर्थक इसे निजी कार्यक्रम बता रहे हों लेकिन ज्यादातर लोग इस आयोजन को विधायक की शक्ति का प्रदर्शन बता रहे, वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के अध्यक्ष देवेंद्र ने बताया कि पिछले 50 सालों में किसी राजनैतिक व्यक्ति के निजी कार्यक्रम में उन्होंने इतनी भीड़ कभी नहीं देखी, भोज के रूप में पूर्वांचल की सियासत में अब ये क्या पक रहा है ये तो वक़्त ही बताएगा.

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