पुरानी ब्लैकमेलर निकली कांस्टेबल मीनाक्षी शर्मा! SHO अरुण राय की मौत में बड़ा खुलासा, खुल गई सारी पोल पट्टी

UP: जालौन (Jalaun) के कुठौंद थाना प्रभारी अरुण कुमार राय (Arun Kumar Rai) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मामले में आरोपी महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा (Meenakshi Sharma) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसके संदिग्ध व्यवहार और जांच के दौरान उठाए गए सवालों के बाद यह कदम उठाया।

घटना की रात की घटनाक्रम

8 फरवरी की रात, थाना परिसर में महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा चीखती हुई इंस्पेक्टर के सरकारी आवास से बाहर आई और गोली चलने की सूचना दी। कुछ ही देर बाद वह अचानक थाने से गायब हो गई। CCTV फुटेज में स्पष्ट दिखाई देता है कि वह तेज़ चीखती हुई आवास से बाहर निकलती है और फिर मौके से दूर चली जाती है, जिससे पुलिस को संदेह हुआ।

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मीनाक्षी शर्मा का पेशेवर और व्यक्तिगत इतिहास

सूत्रों के अनुसार मीनाक्षी शर्मा वर्ष 2024 से इंस्पेक्टर अरुण राय के संपर्क में थी और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं। मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र के अहमदपुर गांव की रहने वाली मीनाक्षी का स्वभाव शुरू से ही तेजतर्रार रहा। पुलिस में आने के बाद उसका आक्रामक व्यवहार बढ़ा और आरोप है कि उसने कई मामलों में ब्लैकमेलिंग की। जांच में सामने आया कि थाना प्रभारी अरुण कुमार महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा के कामकाज से नाखुश थे और उन्हें हटाने के लिए रिपोर्ट भेजी थी। नाराजगी के बीच मीनाक्षी ने राय के निजी आवास पर समय बिताना शुरू कर दिया, जबकि वह अपनी तैनाती कोंच में होने के बावजूद 10 दिन तक ड्यूटी से गैरहाजिर रही।

पीलीभीत में सिपाही के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

आरोप है कि 2022 में पीलीभीत के पूरनपुर थाने में तैनाती के दौरान उसने एक सिपाही को अपने प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया। इसके बाद बरेली और जालौन में भी इसी तरह की शिकायतें सामने आती रहीं। पुलिस में होने के कारण शिकायतें बाहर नहीं पहुँच पाती थीं। और मीनाक्षी ब्लैकमेलिंग के जरिए से पैसे वसूलती थी।

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अरुण राय से संपर्क के बाद मीनाक्षी के बदले भाव

जानकारी के मुताबिक , एसएचओ अरुण राय से संपर्क में आने के बाद मीनाक्षी के व्यवहार में बदलाव नजर आने लगे थे। ऐसा प्रतीत होता था मानो थाने में उसकी ही चलने लगी हो। बताया जाता है कि वह अक्सर बिना वर्दी के ही ड्यूटी पर पहुंचती थी और उसके पास महंगे कपड़े तथा मोबाइल फोन भी दिखाई देने लगे थे। यहां तक कि थाने में ड्यूटी लगाने का काम भी कई बार उसी के कहने पर होने लगा था।जब पुलिस अधिकारियों को उसकी इन गतिविधियों की जानकारी मिली, तो बताया जाता है कि उन्होंने मीनाक्षी की तैनाती बदलकर उसे डायल-112 पर भेज दिया।

8 फरवरी 2026 को तय थी मीनाक्षी की शादी

सूत्रों के मुताबिक, मीनाक्षी की शादी 8 फरवरी 2026 को तय हुई थी और आरोप है कि उसने शादी का 25 लाख का खर्च इंस्पेक्टर अरुण राय से करवाने के लिए दबाव बनाया। घटना से पहले वह 11 दिनों से नौकरी से गायब थी, लेकिन मौत वाली रात वह सरकारी आवास में मौजूद थी। उसकी उपस्थिति और व्यवहार ने पुलिस के शक को और मजबूत कर दिया।

एसआईटी जांच और आगे की कार्रवाई

पुलिस ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया है। टीम सभी एंगल से जांच कर रही है और अगला कदम पोस्टमार्टम रिपोर्ट, कॉल डिटेल्स और CCTV फुटेज पर आधारित होगा। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी।

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