उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा जनपद में नंदबाबा मंदिर परिसर (Nandbaba Nand Mahal Temple) में नमाज पढ़ने के आरोप में गिरफ्तार फैसल खान कोरोना संक्रमित निकला। सोमवार को दिल्ली से गिरफ्तारी के बाद जब मंगलवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने से पहले कोविड-19 टेस्ट कराया तो फैसल खान की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। इसके बाद पुलिस ने उन्हें एम्बुलेंस से ही अतिरिक्त ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट छाता की अदालत में पेश किया और 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर लिया। फिलहाल, आरोपी फैसल खान (Accused Faisal Khan) को एक प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेट किया गया है।
एसपी देहात श्रीशचंद्र ने बताया कि दिल्ली से गिरफ़्तारी के बाद मंगलवार को जिला अस्पताल में फैसल खान का मेडिकल कराने के साथ ही कोरोना की जांच भी कराई गई। कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आई, जिसके बाद कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए एंबुलेंस से फैजल को न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश करने के लिए छाता तहसील परिसर में ले जाया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वाति सिंह ने एंबुलेंस के पास आकर फैसल के बयान लिए और उसकी रिमांड दी।
बता दें कि फैसल खान का नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों से लिंक पाया गया है। आरोपी फैजल खान (accused faisal khan) सीएए कानून विरोधी प्रदर्शनों का हिस्सा था। फैसल खान और मोहम्मद चांद की इस हरकत के पीछे तथाकथित विदेशी मुस्लिम संगठनों के शामिल होने आर इसमें फंडिंग की आशंका जताई गई है। सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिसमें आरोपी फैसल सीएए कानून विरोधी प्रदर्शन में देखा जा रहा है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, नंदगांव के विश्व प्रसिद्ध से नंद बाबा मंदिर में 29 अक्टूबर की दोपहर हरी टोपी लगा कर दो युवक अपने तीन सहयोगियों के साथ पहुंचे। मंदिर में पहुंचने के बाद एक युवक ने अपना नाम फैसल खान बताया और अपने साथ आए साथियों का परिचय मोहम्मद चांद, नीलेश गुप्ता और आलोक रतन के रूप में कराया।
फैसल ने मंदिर के सेवायत पुजारी कान्हा गोस्वामी से दर्शन करने की बात कही और स्वयं को हिंदू मुस्लिम संस्कृति में विश्वास रखने वाला बताया और अपने मोबाइल से तमाम हिंदू संत-महंतों के साथ अपनी फोटो दिखाए। सेवायत ने उनकी बात का मान रखते हुए दर्शन करने की अनुमति दी और वह दर्शन करके मंदिर के गेट नंबर 2 की ओर चले गए।
कोविड-19 के चलते मंदिर में आजकल श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं है। इसका फायदा उठाकर फैसल खान ने मंदिर परिसर में चांद मोहम्मद के साथ नमाज पढ़ी और उसके साथी नीलेश गुप्ता और आलोक ने उनके फोटो खींचे। इसके बाद तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर दी, जो वायरल हो गईं।
नंदबाबा मंदिर के पुजारी का आरोप है कि आरोपियों ने धोखे से मंदिर में नमाज पढ़ी। यही नहीं, पुजारी ने फैसल खान की इस हरकत को नमाज जिहाद बताया है। मंदिर में नमाज पढ़ने के बाद शुद्धिकरण के लिए हवन यज्ञ हो चुका है। संत समाज की मांग है कि मंदिर में नमाज पढ़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि ये एक धर्म के लोगों को उकसाने की कोशिश है।
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