उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में पुलिसकर्मियों की आत्हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गाजियाबाद जिले के थाना कविनगर में तैनात सब इंस्पेक्टरने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि सब इंस्पेक्टर काफी दिनों से डिप्रेशन में था और इसी वजह से उसने आत्महत्या कर ली है।
सर्विस रिवॉल्वर से सिर में मारी गोली
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कवि नगर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर विजय थानुआ ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद के सिर में गोली मार ली। उन्हें गंभीर हालत में यशोदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है। मौके पर पहुंची पुलिस सब इंस्पेक्टर के आत्महत्या करने की वजह का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
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सूत्रों का कहना है कि मथुरा में किसी मुकदमे में फंसने की वजह से सब इंस्पेक्टर विजय थानुआ डिप्रेशन में चल रहे थे। जिसके बाद उन्होंने थाने में खुद को गोली मार कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। फिलहाल, आलाधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं।
महिला कांस्टेबल ने की थी आत्महत्या
बता दें कि बीती 30 सितबंर को आलाधिकारियों पर मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए बाराबंकी की हैदरगढ़ कोतवाली में तैनात महिला आरक्षी मोनिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक मोनिका के पास से एक सुसाइड नोट मिला था जिसमें एसएचओ की कारस्तानी बयां की गई है। मृतक मोनिका ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसे मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा था।
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मृतक आरक्षी मोनिका ने सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं मोनिका थाना हैदरगढ़, बाराबंकी में आरक्षी के पद पर नियुक्त हूं। मैं कार्यालय में सीसीटीएनएस पर कार्यरत होने के बावजूद भी बार-बार बाहर ड्यूटी लगाकर टार्चर किया जाता है। मोनिका ने अपना दर्द बयां करते हुए लिखा है कि बाकी सीसीटीएनएस पर कार्यरत लोगों की कही बाहर ड्यूटी नहीं लगती है। ऐसे में मानसिक प्रताड़ना की वजह से महिला सिपाही ने अपनी जान देना बेहतर समझा था।
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