छांगुर धर्मांतरण कांड: एटीएस के छापे से पहले ही बिंदकी से लापता हो गया रियाज व परिवार

फतेहपुर। बलरामपुर के बहुचर्चित छांगुर धर्मांतरण प्रकरण की जांच कर रही एटीएस ने सोमवार को फतेहपुर जिले के बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के कस्बा निवासी रियाज के घर पर छापा मारा। टीम को शक है कि रियाज और उसका परिवार इस नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। हालांकि, कार्रवाई के दौरान घर पर कोई भी सदस्य मौजूद नहीं मिला। माना जा रहा है कि परिवार को एटीएस की भनक पहले ही लग गई थी, जिसके चलते वह शनिवार से ही घर से गायब है।

यह भी पढ़ें: UP: छांगुर सिर्फ मोहरा, यहां से जुड़े हैं असली तार, धर्मांतरण मामले में बड़ा खुलासा

एटीएस टीम ने सभासद और आसपास के लोगों से आधे घंटे की पूछताछ 

एटीएस की टीम ने घर का वीडियो तैयार किया और आसपास के लोगों व सभासद से करीब आधे घंटे तक पूछताछ की। टीम ने पड़ोसियों से परिवार की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली और चेतावनी दी कि अगर आरोपी परिवार जल्द सामने नहीं आया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। रियाज का बेटा मेराज अंसारी एआईएमआईएम की यूथ इकाई का जिलाध्यक्ष रह चुका है। मेराज पर औरैया की एक युवती ने 2024 में गंभीर आरोप लगाए थे। युवती का आरोप था कि मेराज ने खुद को रुद्र शर्मा बताकर उससे प्रेम संबंध बनाए, फिर निकाह कराया और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला। युवती का यह भी कहना था कि मेराज उसे छांगुर गिरोह से जुड़ी महिला से मिलाने लखनऊ ले गया था और अक्सर वीडियो कॉल भी कराता था।

यह भी पढ़ें:  बलरामपुर: धर्मांतरण कांड मामले में छांगुर के भतीजे सबरोज के अवैध निर्माण पर चला सीएम योगी का बुलडोजर

पीड़ित युवती से एटीएस ने हाल ही में गुप्त रूप से किया था संपर्क 

युवती को जब इस पूरे जाल का एहसास हुआ तो वह बिंदकी से वापस घर लौट आई। लेकिन मामला यहीं शांत नहीं हुआ। सितंबर 2024 में मेराज औरैया पहुंचा, जहां युवती के पिता ने उसकी हत्या कर दी थी। मामले की परत-दर-परत छानबीन कर रही एटीएस ने हाल ही में पीड़ित युवती से गुप्त रूप से संपर्क साधा था। उसी कड़ी में टीम बिंदकी पहुंची, लेकिन रियाज, उसकी पत्नी और बेटे हंजला, अनस व शीबू सभी घर से नदारद मिले। स्थानीय पुलिस इस कार्रवाई से पूरी तरह अनजान नजर आई। वहीं, इस मामले में सीओ बिंदकी प्रगति यादव ने बताया कि उन्हें मामले की कोई जानकारी नहीं है और अब तक जांच या कार्रवाई को लेकर कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।