सहारनपुर जिले में हुए अवैध खनन घोटाले में सीबीआई के बाद अब ईडी ने भी केस दर्ज कर लिया है. ईडी ने सहारनपुर के जिलाधिकारी रहे पवन और अजय सिंह के साथ 10 लोगों को नामजद किया है. प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों पर यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. जिन आईएएस (IAS) अफ़सरो पर एफआईआर दर्ज हुई है. ईडी इससे पहले हमीरपुर, फतेहपुर और देवरिया में हुए घोटाले पर भी रिपोर्ट दर्ज कर चुकी है.
इनके खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में बीते 30 सितंबर को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर 1 अक्तूबर को सहारनपुर और लखनऊ समेत 11 स्थानों पर छापे मारे थे. इसी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी केस दर्ज करने के लिए अपने दिल्ली स्थित मुख्यालय से अनुमति मांगी थी. अनुमति मिलने के बाद दो आईएएस अफसरों अजय कुमार सिंह और पवन कुमार समेत पट्टा धारकों महमूद अली, दिलशाद, मोहमद इनाम, नसीम अहमद, अमित जैन, विकास अग्रवाल, मोहमद वाजिद, मुकेश जैन और पुनीत जैन को भी नामजद किया गया है.
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बता दें कि सपा शासनकाल में हुए खनन घोटाले के मामले में सीबीआइ लंबे समय से छानबीन कर रही है. कुछ समय पहले सहारनपुर के तत्कालीन डीएम अजय कुमार के लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आवास से सीबीआई ने 15 लाख रुपये व दो भूखंडों के कागजात भी बरामद किए थे. ईडी की एफआईआर में कहा गया है कि सहारनपुर में 2012 से 2015 के बीच नियमों की अनदेखी कर और जिलाधिकारियों द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचते हुए 13 खनन पट्टों का नवीनीकरण कर दिया गया.
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पहले इन अफसरों पर दर्ज हो चुकी है रिपोर्ट
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों पर यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. जिन आईएएस अफ़सरो पर एफआईआर दर्ज हुई है, उसमें हमीरपुर की पूर्व डीएम बी चंद्रकला, फतेहपुर के पूर्व डीएम अभय सिंह, देवरिया के पूर्व डीएम विवेक, देवरिया के पूर्व एडीएम देवी शरण उपाध्याय, पूर्व विशेष खनन सचिव संतोष कुमार राय और पूर्व प्रमुख खनन सचिव जीवेश नंदन शामिल हैं.
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