केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध प्रदर्शन में शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) भी शामिल हो गई है। प्रसपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सिर पर टोकरी और हाथ में अनाज लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान पुलिस से कई बार प्रसपा कार्यकर्ताओं की तीखी नोंकझोंक भी हुई।
प्रसपा के वक्ताओं ने कहा अगर सरकार ने ये कानून वापस नहीं लिए तो पार्टी अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, प्रसपा के प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस ने बेगम हजरत महल पार्क के आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया था। कलेक्ट्रेट जाने वाले मार्ग को बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया था।
दोपहर करीब 12 बजे जुलूस के रूप में पार्टी के पदाधिकारी आगे बढ़े तो भारी संख्या में मौजूद पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान हुई सभा में प्रदेश महासचिव अजय त्रिपाठी मुन्ना ने कहा कि किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी। रामसिंह यादव, रंजीत यादव, कल्पेश द्विवेदी, प्रेमप्रकाश वर्मा, रामबाबू रस्तोगी ने भी सभा को संबोधित किया।
मौके पर पहुंचे एसीपी कैसरबाग ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन लिया। प्रदर्शन में प्रसपा के सभी अनुषांगिक संगठनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं के जुटने से पुलिस सशंकित नजर आई।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )