भाजपा के पूर्व राज्य सभा सांसद संजय सेठ (Sanjay Seth) ने अवैध निर्माण के मामले पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की नोटिस पर गुरुवार को अपना जवाब दिया है. इसमें उन्होंने दावा किया कि एलडीए ने उन्हे गलत नोटिस भेजा है. साथ ही सेठ ने एलडीए को भविष्य में नोटिस भेजने से पहले जानकारी कर लेने की सलाह दी है. वहीं संजय सेठ का एलडीए को लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
बीजेपी के पूर्व सांसद संजय सेठ ने एलडीए को नोटिस भेजते हुए बताया कि मेरे व्यक्तिगत नाम से नोटिस भेजी गई है, लेकिन जिस प्रोजेक्ट का विवरण आपके (एलडीए) द्वारा नोटिस में दिया गया है उसकी भूमि व निर्मित प्रोजेक्ट मेरे नाम पर नहीं है. नोटिस को सोशल मीडिया और पत्रकारों द्वारा मीडिया में विधि व सत्यता के विपरित प्रसारित और प्रकाशित कर दिया गया है.
पार्टी और मुझे हुआ नुकसान- संजय सेठ
नोटिस में संजय सेठ ने यह भी बताया कि नोटिस के सोशल मीडिया व मीडिया में चलने से सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी व पार्टी की इससे अपूरणीय क्षति हुई है. साथ ही उन्होंने एलडीए को भविष्य में कभी किसी मामले में किसी के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई सभी तथ्यों की जानकारी करने के बाद ही करने का अनुरोध किया है.
जानें क्या है पूरा मामला
लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से हजरतगंज के जॉपलिंग रोड स्थित शालीमार इमराल्ड अपार्टमेंट के सिलसिले में संजय सेठ को एक नोटिस भेजी गई थी. जिसमें बताया गया था कि पक्ष द्वारा लगभग 10 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल में बने बेसमेंट सहित 8 तल का निर्माण कराया गया है, जिसका जांच के दौरान कोई स्वीकृत मानचित्र व पूर्णता प्रमाण पत्र आदि को नहीं दिखाया गया.
इसको लेकर एलडीए ने संजय सेठ को हिदायत देते हुए 10 नवम्बर को 11 बजे तक कार्यालय में उपस्थित होकर साक्ष्यों के साथ कारण-जवाब देने के लिये कहा गया था ऐसा ना करने की स्थिति में एलडीए द्वारा उस अवैध निर्माण को गिराने का आदेश दिए जाने की बात कही गई थी.
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