राजनीति में एक कहावत है कि यहाँ हमेशा के लिए कोई दोस्त और दुश्मन नहीं होता, ये समय और परिस्थिति के मुताबिक बदलते रहते हैं. कुछ ऐसा ही देखने को तब मिलेगा जब बसपा चीफ मायावती सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के लिए वोट मांगेगी. जानकारी के मुताबिक मायावती पहली बार 19 अप्रैल को मैनपुरी में मुलायम की जीत के लिए जनता से वोट मांगेंगी.
बता दें कि मुलायम और मायावती करीब 25 साल बाद एक साथ मंच साझा करेंगे. गेस्ट हाउस कांड के बाद से दोनों एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बन चुके थे, जो फिलहाल राजनीतिक परिस्थिति के कारण दोस्ती में बदलती हुई नजर आ रही है.
लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी होली के बाद से संयुक्त रैली शुरू करेंगी. यूपी में एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन की पहली संयुक्त रैली 7 अप्रैल को सहारनपुर के देवबंद में हो सकती हैं. बताया जा रहा है कि 7 अप्रैल को देवबंद में होने वाली इस संयुक्त रैली में अखिलेश और मायावती के साथ साथ राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह भी मौजूद रहेंगे.
वहीं 8 अप्रैल को मेरठ लोकसभा सीट के लिए अखिलेश-मायावती संयुक्त प्रचार करेंगे. दरअसल अखिलेश और मायावती ने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत सहारनपुर से करने की प्लानिंग इसलिए की है ताकि मुस्लिम और दलित वोट बैंक को संदेश दिया जा सके.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के साथ अनौपचारिक तौर पर जारी इस गठबंधन को मायावती ने पूरी तरह से समाप्त कर दिया. इसी के तहत उन्होंने अमेठी और रायबरेली से अपने उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया था. हालांकि, अब देखना यह बाकी है कि क्या कांग्रेस के आलाकमान अखिलेश परिवार के खिलाफ अपने उम्मीदवार नहीं उतारने के फैसले पर दोबारा विचार करते हैं कि नहीं.
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