उत्तर प्रदेश में होमगार्ड जवानों की फर्जी ड्यूटी (Home Guard Duty Scam) दिखाकर मानदेय हड़पने के गंभीर मामले में आरोपी लखनऊ के तत्कालीन जिला कमांडेंट कृपा शंकर पांडेय (Kripa Shankar Pandey) को मंडलीय कमांडेंट के पद पर प्रोन्नति प्रदान की गई है। उन्हें सुरक्षित पद पर कामचलाऊ प्रबंधन के रूप में मंडलीय कमांडेंट के पद पर तैनाती के लिए यह निर्णय किया गया है।
कभी भी समाप्त की जा सकती है तदर्थ प्रोन्नति
होमगार्ड विभाग ने इसका शासनादेश जारी किया है, जिसके अनुरूप उन्हें मंडलीय कमांडेंट के पद पर अगले आदेशों तक के लिए तदर्थ प्रोन्नति प्रदान की गई है। यह भी कहा गया है कि तदर्थ प्रोन्नति कभी भी समाप्त की जा सकती है। प्रोन्नति कृपा शंकर पांडेय के विरुद्ध लखनऊ के गोमतीनगर थाने में दर्ज मुकदमे में कोर्ट के अंतिम निर्णय के अधीन होगी। उधर, जिला कमांडेंट विश्वंभर प्रसाद मिश्र को भी मंडलीय कमांडेंट के पद पर प्रमोशन मिला है।
2019 में सामने आया था मामला
होमगार्ड जवानों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर उनका मानदेय हड़पे जाने का बड़ा खेल वर्ष 2019 में सामने आया था। नोएडा, लखनऊ, अलीगढ़ समेत कई जिलों में घोटाला पकड़ा गया था। वहीं, जांच के वक्त लखनऊ के गुडंबा और विभूतिखंड थाने में तैनात होमगार्ड जवानों का लाखों रुपए का मानदेय हड़पने का भी मामला उजागर हुआ था।
इस मामले में गोमतीनगर थाने में होमगार्ड के तत्कालीन जिला कमांडेंट कृपा शंकर पांडेय के विरुद्ध गबन व धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। उनकी गिरफ्तारी के बाद निलंबन हुआ था। शासन ने अगस्त 2021 में उनके विरुद्ध अभियोजन स्वीकृति प्रदान की थी। आरोपित जिला कमांडेंट हाई कोर्ट के आदेश पर बहाल हुए थे। डीजी होमगार्ड बीके मौर्य का कहना है कि रिक्त पद के अनुरूप तदर्थ प्रोन्नति की व्यवस्था के अनुरूप जिला कमांडेंट कृपा शंकर पांडेय को प्रोन्नति प्रदान की गई है।
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