लखनऊ: किशोरी पर धर्मांतरण-निकाह का दबाव बना रहा था रफीक सिद्दीकी, घर में घुसकर दी था हत्या की धमकी, रोते हुए पिता बोले- इसलिए कर लिया सुसाइड

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के मड़ियांव इलाके में किशोरी के आत्महत्या मामले ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया है। किशोरी के बुजुर्ग पिता ने आरोप लगाया है कि दबंग रफीक सिद्दीकी (Rafiq Siddiqui) बेटी पर धर्मांतरण और निकाह का दबाव बना (Pressure of Conversion-Nikah) रहा था। बेटी के इंकार करने पर रफीक ने कई बार घर में घुसकर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। 2 दिन पहले भी रफीक ने बेटी को धमकाया था, जिसकी वजह से बेटी सदमे में थी और आखिरकार उसने आत्महत्या कर ली।

घर में घुसकर आरोपी ने दी थी धमकी

दरअसल, मड़ियांव इलाके में बीते रविवार की सुबह किशोरी का शव घर के अंदर फंदे से लटका मिला था। भाई ने बहन को इस हालत में देखा और परिजनों की मदद से उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मृतक किशोरी के पिता ने रफीक सिद्दीकी पर धमकाने और निकाह का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।

Also Read: कानपुर में छात्रा पर जबरन धर्मांतरण-निकाह का दबाव, पाकिस्तान के नंबरों से दिलाई धमकी, गिरफ्तारी पर मोहम्मद अनस बोला- देखना क्या हश्र करता हूं

मंगलवार को किशोरी के पिता ने बताया कि रफीक बेटी पर मतांतरण और शादी का दबाव बना रहा था। वह आए दिन धमकी देता था। दो दिन पहले भी घर के अंदर घुसकर रफीक ने बेटी को धमकी दी थी। रफीक की धमकी से बेटी सदमे में थी। इस कारण उसने जान दे दी।

आरोपी रफीक सिद्दीकी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

वहीं, इस मामले में मड़ियांव इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि किशोरी के घरवालों ने जो तहरीर दी थी उसके आधार पर आरोपित रफीक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और धमकी की धारा में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। किशोरी के पिता ने बताया कि बेटी एक दुकान पर नौकरी करती थी।

Also Read: बांदा में लव जिहाद, नाबालिग को फंसाने के लिए अफजल बन गया आशीष, रेप और धर्मांतरण का आरोप

उन्होंने बताया कि आरोपी रफीक दुकान आते जाते समय भी बेटी को परेशान करता था। रफीक के कारण 10 दिन से बेटी ने दुकान जाना भी बंद कर दिया था। बदनामी के डर से पुलिस को सभी सूचना नहीं दी थी। बेटी को अगर किसी आवश्यक काम से निकलना भी होता था तो वह रफीक की वजह से अपना मुंह ढक कर निकलती थी। जिससे कहीं रास्ते में वह पहचान न ले।

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )