महोबा व्यापारी मौत मामला: तत्कालीन SO और सिपाही बर्खास्त, फरार SP की तलाश में जुटी टीमें

उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रशर कारोबारी की मौत के मामले में कार्रवाई का दौर जारी है। जिसके अन्तर्गत तत्कालीन कबरई एसओ देवेंद्र शुक्ला और सिपाही अरुण यादव को शासन ने मंगलवार को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। चित्रकूटधाम मंडल के आईजी के सत्यनारायण ने बताया कि दोनों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हुए हैं। जब जांच शुरू हुई थी तभी इन दोनों को सस्पेंड कर दिया गया था।


इसलिए हुए बर्खास्त

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को तत्कालीन एसओ कबरई और सिपाही अरुण यादव की बर्खास्तगी के आदेश आते ही फिर से महकमे में खलबली मच गई है। चर्चा तेज है, अभी और कई पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी हो सकती है। प्रकरण में नामजद आरोपितों में केवल व्यापारी ब्रह्मदत्त तिवारी व सुरेश सोनी ही गिरफ्तार किए गए जबकि निलंबित एसपी और एसओ कबरई फरार हैं।


बता दें कि जांच में सिपाही अरुण यादव का नाम भी जांच में सामने आया था और उसकी अवैध खनन परिवहन में संलिप्तता पाई गई थी। उसे भी निलंबित करने के साथ ही 10 गाडिय़ां भी सीज की गई थीं। एसओ, सिपाही समेत फरार चल रहे निलंबित पुलिस अधीक्षक मणीलाल पाटीदार को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फरार चल रहे आईपीएस अधिकारी पाटीदार की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों को लगाया गया है।


ये था मामला

गौरतलब है कि महोबा जिले ने क्रशर व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने बीते 7 सितंबर को एक वीडियो संदेश के जरिए आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर रंगदारी वसूलने, उत्पीड़न करने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया था और अपनी हत्या की आशंका जताई थी। इसके अगले दिन इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में लहूलुहान हालत में मिले थे। हालांकि व्यापारी की इलाज के दौरान मौत हो लेकिन अब कई टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हुईं हैं।


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