शुक्रवार को वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन के नौवें संस्करण के उद्घाटन के समय भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने दुनियाभर के निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा है कि भारत में निवेश करने का यही सही वक्त है. इस समय यहां कारोबार शुरू करने के लिए पर्याप्त ढांचागत संरचना का विकास हो चुका है और उनके निवेश की सुरक्षा के लिए भी तंत्र विकसित हो गया है और साथ ही कर सुधार के क्षेत्र में मजबूत कदम उठाया जा चुका है. मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी अंकटाड की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि इस समय भारत एफडीआई प्राप्त करने में दुनिया के शीर्ष 10 स्थानों में शामिल है. विश्व बैंक की ईज आफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट के अनुसार भारत ने पिछले साल 65 पायदान की छलांग लगाई है. मोदी ने कहा हम इससे ही संतुष्ट नहीं हैं, हमने अपने अधिकारियों से कहा है कि इस मापदंड में भारत को शीर्ष 50 देशों की सूची में लायें.
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भारत में प्रशिक्षित श्रमिकों की कोई कमी नहीं, डिजिटलीकरण की तरफ तेजी से बढ़ रहे कदम
पीएम मोदी ने कहा कि करोबार सस्ता हो सके, इसके लिए यहां जटिल कर कानून को आसान किया जा रहा है. पिछले 2 साल में कारपोरेट टैक्स की दर 30% से घटाकर 25% की जा चुकी है. अप्रत्यक्ष कर के क्षेत्र में सबसे बड़ा कर सुधार, वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली, लागू हो चुकी है. इस क्षेत्र के कानूनों का कंसोलिडेशन एवं सिंपलीफिकेशन हो चुका है. उल्लेखनीय है कि इस सम्मेलन की शुरुआत मोदी ने वर्ष 2003 में बतौर गुजरात राज्य का मुख्यमंत्री रहते हुए की थी. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में प्रशिक्षित श्रमिकों की कोई कमी नहीं है. यहां विश्व स्तर के इंजीनियरों की फौज है, अनुसंधान एवं विकास या आरएंडडी के क्षेत्र में काम करने वाले वैज्ञानिकों की भारी भरकम संख्या है और साथ ही यहां मध्यम वर्ग के लोगों की संख्या में जबरदस्त विस्तार हो रहा है.
इसका मतलब यहां खरीददारों की कोई कमी नहीं है और साथ ही लोगों की खरीद की क्षमता भी बढ़ रही है. एफडीआई (FDI) में तेजी से प्रवाह बढ़ा है. इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार ने अधिकतर क्षेत्र को एफडीआई के लिए खोल दिया है. 90% से भी ज्यादा क्षेत्र में आटोमेटिक रूट से एफडीआई को अनुमति है. तभी तो पिछले 4 साल में यहां 263 अरब डॉलर का एफडीआई आया है. मोदी का कहना है कि यहां करोबार ही नहीं, आम जनता भी स्मार्ट हो रहे हैं. डिजिटलीकरण की तरफ तेजी से कदम बढ़ रहे हैं. डिजिटल पेमेंट का प्रतिशत बढ़ा है. डीबीटी के जरिये अब सब्सिडी का भुगतान हो रहा है. ईज आफ डूइंग बिजनेस के साथ ईज आफ लाइफ के के स्तर में भी सुधार हो रहा है.
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रोजगार के अवसरों में हो रही बढ़ोत्तरी, देश के 50 शहरों में बनायी जा रही मेट्रो रेल
पीएम मोदी ने कहा लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है और रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी हो रही है. ढांचागत संरचना भी बढ़िया बन रहा है. हाल के वर्षों में सरकार ने इस ओर कुछ ज्यादा ही ध्यान दिया है. औद्योगिक सुविधाएं बढ़ायी जा रही है ताकि भारत ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बन सके. यहां सड़क तेजी से बन रही हैं. बंदरगाह, हवाई अड्डा, रेल सब कुछ तेजी से बन रहा है. निवेशकों को उन्होंने कहा कि इस समय आयुष्मान भारत योजना में 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसलिए स्वास्थ्य से जुड़ी ढांचागत संरचना तैयार करने में काफी अवसर है. यही नहीं, देश के 50 शहरों में मेट्रो रेल बनायी जा रही है। पांच करोड़ मकान बनाये जा रहे हैं. हर क्षेत्र में कारोबार का काफी अवसर है.
18 से 20 जनवरी तक सम्मेलन का आयोजन, पडोसी देश के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल
इस सम्मेलन का आयोजन गांधीनगर में 18 से 20 जनवरी तक किया जा रहा है. इसमें 3 देशों के प्रमुख, 7 देशों के मंत्री, 30 हज़ार से अधिक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. इसमें कई भारतीय और विदेशी कंपनियों के प्रमुख, सीईओ भी शामिल हो रहे हैं. भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन, रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, आदित्य बिरला समूह के अध्यक्ष कुमारमंगलम बिरला, अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी, टोरंट समूह के अध्यक्ष सुधीर मेहता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच शेयर किया. इसमें पड़ोसी देशों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि शामिल थे जबकि पाकिस्तान का कोई प्रतिनिधि नहीं दिखा.
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