आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले (RO ARO Paper Leak) में यूपी पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। यूपी एसटीएफ ने कौशांबी जनपद के मंझनपुर थाना क्षेत्र से बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह (Dismissed constable Arun Singh) को अरेस्ट किया है। टीईटी पेपर लीक केस में अरुण सिंह मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया है, जिसके बाद उसे पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया था। वहीं, इस कार्रवाई के बाद अरुण पेपर लीक करने वाले गैंग चलाने लगा था। 11 फरवरी को यूपी में आरओ/एआरओ की परीक्षा में भी अरुण का नाम सामने आया है।
सरकार ने रद्द की आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा
वहीं, सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की समीक्षा की थी। सोशल मीडिया पर पेपर लीक के कई फोटो और वीडियो वायरल हुए। इसके बाद शासन ने अभ्यर्थियों से इसके लेकर साक्ष्य मांगे।
वहीं, पेपर लीक के दावों को लेकर अभ्यर्थियों ने शासन को कई सबूत सौंपे। आयोग द्वारा भी इसकी एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी गई थी। वहीं, इस रिपोर्ट के बाद उन्होंने आरओ/एआरओ का एग्जाम कैंसिल करने के निर्देश जारी किए।
6 माह के भीतर आयोजित होगी परीक्षा
जानकारी के अनुसार, प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि आरओ/एआरओ एग्जाम अब 6 माह के भीतर दोबारा आयोजित कराई जाएगी। इसी के साथ सरकार ने ये भी निर्देश दिए हैं कि पेपर लीक में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। बता दें कि अब मामले की जांच यूपी सरकार ने एसटीएफ को सौंप दी है। अब यूपी एसटीएफ आरओ/एआरओ पेपर लीक की जांच करेगी।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )