कई बार देखा जाता है कि पुलिसकर्मी मुसीबत के समय में असलहा संभाल नहीं पाते। इसी के चलते अब कानपुर पुलिस कमिश्नर ने एक बड़ा कदम उठाया है। जिसके अंतर्गत अब पुलिस वालों के लिए जिला प्रशिक्षण इकाई की स्थापना की गयी है। जहां पुलिसकर्मियों को अत्याधुनिक असलहे चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण की मानें तो महज आगामी छह महीने में सभी पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी। जिसके बाद उन्हें कभी बदमाशों से डरके बैकफुट पर नहीं आना पड़ेगा।
अब बैकफुट पर नहीं आएगी कानपुर पुलिस
जानकारी के मुताबिक, कानपुर कमिश्नरेट में पुलिस वालों के लिए जिला प्रशिक्षण इकाई की स्थापना की गयी है। जहां पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने एसपीजी के पूर्व विशेषज्ञ अनिल गोस्वामी को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सौंपी है। वह हथियारों की बारीकियों के साथ जर्मनी और इजराइल की तर्ज पर पुलिसकर्मियों को सिखा रहे हैं कि कुछ बदलाव करके स्मार्ट पुलिसिंग की जा सकती है। इस कैंप में असलहा रखने वाले सभी पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किए जाने की योजना है।
पुलिस कमिश्नर की मानें तो आगामी छह महीने के भीतर सभी पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित कर दिया जाएगा। इसके साथ ही जिले के सभी असलहों का भी परीक्षण हो जाएगा। ऐसे में आपात स्थिति में असलहे धोखा नही देंगे। वहीं पुलिसकर्मी भी मोर्चा सम्भालने में सक्षम होंगे। पुलिस लाइन में हर दिन 30-30 के ग्रुप में जवानों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। करीब 3000 जवानों का प्रशिक्षण होना है। उन्हेंं सभी तरह के हथियारों का संचालन व अन्य तकनीक सिखाई जा रही है। अब तक सात समूह प्रशिक्षण ले चुके हैं। हर बैच का प्रशिक्षण होने के बाद उनकी परीक्षा भी कराई जा रही है।
इन पॉइंट्स का रखा जा रहा ध्यान
हथियारों की विशेषता
प्रभाव व क्षमता को समझना
हथियारों को सुरक्षित और इस्तेमाल करने के लिए तैयार रखना
फायरिंग के तरीके व निशानेबाजी का स्वाभाविक विकास
आकस्मिक और परिस्थितियों के लिहाज से फायरिंग क्षमता
पिस्टल का किसी भारी वस्तु के रूप में इस्तेमाल करना
विपरीत परिस्थितियों में हथियारों के सही इस्तेमाल का तरीका
लक्ष्य के प्रति त्वरित जुड़ाव और अलर्टनेस संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ व तलाशी के तौर तरीके
विभिन्न परिस्थितियों में संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधि देखकर बल प्रयोग
अभियुक्त को पकड़ और उसकी गिरफ्तारी की तकनीक
संदिग्ध वाहन पर नियंत्रण करना व उसकी तलाशी की विधि
घातक हमला होने पर तेजी दिखाते हुए पोजीशन लेना
परिस्थितियों को देखते हुए खतरे के स्तर को भांपना
स्वयं के साथ ही साथियों के जानमाल के नुकसान को रोकना
विभिन्न आपरेशन के दौरान प्राथमिक उपचार करने का तरीका दुर्घटना या आपदा में प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी की गैरहाजिरी में जनता को प्राथमिक उपचार देना
वीआइपी सुरक्षा की बारीकियां और जनता से संवाद
टेक्निकल ड्राइविंग की तकनीक व प्रशिक्षण
अटैक व काउंटर अटैक के लिए हमेशा तैयार रहना
जवानों के आत्मविश्वास व प्रभावी कार्यक्षमता के स्तर को बढ़ाना
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