यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में करारी हार के बाद कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में पूर्व राज्य मंत्री व कांग्रेस नेता नव प्रभात (Congress Leader Nav Prabhat) ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। गुटबाजी हावी नहीं होनी चाहिए। औपचारिक समीक्षा बैठक नहीं, बल्कि गहन समीक्षा समय की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के उम्मीदवारों ने बीजेपी प्रत्याशियों की मदद की।
अजय लल्लू ने ली हार की पूरी जिम्मेदारी
चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदें धराशायी हो गईं और करारी हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद पार्टी के जिम्मेदारों पर सवाल खड़े होने लगे। हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
Can't blame a single person for loss in Assembly election. At some places some party candidates helped BJP candidates. Groupism shouldn't prevail. Intensive review is need of the hour not just a ceremonial review meeting: Former state minister & Congress leader Nav Prabhat(16.03) pic.twitter.com/njYm4urS2Q
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 17, 2022
उन्होंने पार्टी नेतृत्व को धन्यावद देते हुए कहा कि मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता पर भरोसा जताने के लिए शीर्ष नेतृत्व का आभार। उन्होंने कहा कि वो कार्यकर्ता के तौर पर जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। अजय लल्लू ने यह भी कहा कि वो यूपी चुनाव में हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं।
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राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अजय लल्लू की हार की वजह उनकी अपनी टीम का न होना था। वह केवल एक विधायक थे और उनके पास संगठन चलाने का कोई अनुभव नहीं था और न ही कोई टीम थी। उन्होंने अपनी टीम बनाने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हुए। कई मौकों पर उनकी तुलना हमेशा पूर्व अध्यक्षों रीता बहुगुणा जोशी, राजबब्बर, निर्मल खत्री से की जाती रही तो वह उनके आगे कहीं खड़े नहीं दिखाई दिए।
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