माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद को सीएम योगी ने दी करोंड़ो की सौगात, मेधावी छात्रों को बांटे टैबलेट

 

लखनऊ। सीएम योगी उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के मेधावी छात्र सम्मान समारोह में पहुंचे। जहां उन्होने संस्कृत विद्यालयों के 40 छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। साथ ही प्रथम तीन स्थान हासिल करने वाले छात्रों को एक लाख रुपये और टैबलेट से पुरष्कृत किया।

 

सम्मान समारोह में पहुंचे सीएम योगी ने कहा कि 2001 में इस बोर्ड के गठन की बात शुरू हुई लेकिन इसके गठन में डेढ़ दशक से अधिक समय लग गया। पूर्व की सरकारों पर सवाल उठाते हुए सीएम ने कहा कि जो लोग राज्य के स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान नहीं दे सकते, उनसे राष्ट्र और संस्कृत के सम्मान और विकास की बात करना कपोल कल्पित कल्पनाओं जैसा ही है। सीएम योगी ने कहा कि इन लोगों ने संस्कृत परिषद के गठन में 15-16 साल लगा दिए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को यदि जानना है, तो संस्कृत की शरण में जाना होगा। अंग्रेजी में पढ़ाई करने वाला छात्र बताएगा कि भारत का निर्माण अंग्रेजो ने किया। लेकिन संस्कृत की पढ़ाई करने वाले छात्र कहेंगे कि भारत एक वैदिक राष्ट्र है। इसका उल्लेख वेदों में है जो सनातन है।

 

हम अपनी परम्परा लेकर चलें ये अच्छी बात है। हमारी परंपरा जड़वादी नहीं है। आप से अपील है कि संस्कृत को बांध कर मत रखिये। दुनिया के वैज्ञानिक मान रहे हैं कि संस्कृत कंप्यूटर की सबसे सरल और उपयुक्त भाषा है। हम संस्कृत को कंप्यूटर के साथ अन्य सभी भाषाओं से जोड़ेंगे।

 

योगी ने कहा कि विगत एक वर्ष में यूपी में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। शिक्षा माफिया समाज की प्रगति को बाधित कर रहे थे। लेकिन जब शिक्षा विभाग ने यह ठाना तो नकल विहीन परीक्षा कराई गई। 65 लाख बच्चों की परीक्षा और फिर एक ही दिन हाई स्कूल और इंटरमीडियट का परिणाम आया। सीएम ने कहा कि नकल इन बच्चों के विकास में बाधक है। शिक्षकों की भर्ती लगातार की जा रही है। तेजी से इन कार्यक्रमों को लागू करने के लिए काम हो रहा है। देश की किसी भी परीक्षा में हमारा विद्यार्थी भाग ले सके और पास हो, इसके लिए पाठ्यक्रम में व्यापक परिवर्त्तन किया गया है।

 

योगी ने कहा कि छात्रों के साथ आचार्य लोग भी विद्यालय जाएं। जो जा रहे हैं उन्हें और जाने की जरूरत है। ताकि पढ़ाई बाधित नहीं हो। संस्कृत वाले भी अपने को बदलें। संस्कृत विद्यलयों में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी के अलावा पुरोहित कर्म के बारे में भी पढ़ाई कराई जाएगी। यहां आए सभी विधायक स्कूल, कॉलेज स्थापित करने की मांग कर रहे हैं। इससे साबित होता है कि जनप्रतिनिधि क्षेत्र का विकास करने की चिंता कर रहे हैं। हम चाहेंगे कि अगली बार संस्कृत परिषद की वेबसाइट हो। सीएम ने सभी छात्रों को बधाई दी। उन्होने कहा कि सम्मान उन्हें इस बात के लिये दिया जा रहा है कि वे संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए और कार्य करेंगे।

 

वहीं डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने विभाग की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि आजादी के बाद सरकार के स्तर पर पहली बार संस्कृत विद्यालयों के छात्रों का संम्मानित किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि अब शिक्षकों की भर्ती पारदर्शी व्यवस्था के तहत की जा रही है, ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाने की वजह से ही बच्चे नकल करते हैं। पढ़ाई अच्छी होगी तो हम नकल भी नहीं होने देंगे। यही बच्चों के भविष्य के लिये अच्छा है।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के प्रथमा (कक्षा 8), पूर्व मध्यमा (हाईस्कूल) तथा उत्तर मध्यमा ( इंटरमीडिएट स्तर) तक की परीक्षाओं में बेहतर अंक हासिल करने वाले प्रथम 10 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। श्रेष्ठता की सूची में राज्य स्तर पर प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को एक लाख रुपये की धनराशि का चेक, प्रशस्ति पत्र एवं मेडल तथा चार से 10 तक स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को 21000 की धनराशि का चेक, प्रशस्ति पत्र एवं मेडल दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए हुए संस्कृत शिक्षा परिषद के कुल 40 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। मेधावियों के माता-पिता तथा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्य को भी सम्मानित किया गया।

 

18 बालिका छात्रावास, 19 राजकीय हाईस्कूल स्कूल और 16 राजकीय इंटर कॉलेज का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित 18 बालिका छात्रावास, 19 राजकीय हाई स्कूल और 16 राजकीय इंटर कॉलेज के भवनों का लोकार्पण भी किया। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत नवीन राजकीय हाई स्कूलों की स्थापना सभी क्षेत्रों में कराई गई है, जिनकी भवन निर्माण हेतु प्रति विद्यालय 69.5 एक लाख रूपय स्वीकृत है। इसी प्रकार शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े 680 विकासखंडों में माध्यमिक स्तर पर अध्ययन करने वाली छात्राओं के लिए बालिका छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी लागत 170.25 लाख है। मौके पर राज्यमंत्री संदीप सिंह, अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

 

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