प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के पहले पड़ाव के तहत सोमवार को रवांडा पहुंचे. किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला रवांडा दौरा है. पीएम मोदी ने रवांडा सरकार को 200 गायें गिफ्ट में दीं. विश्व राजनीति में भारत सरकार के इस फैसले की चर्चा हो रही है. आइए जानते हैं पीएम मोदी ने रवांडा को आखिर तोहफे में गायें ही क्यों दीं?
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दरअसल, पीएम मोदी के इस फैसले के पीछे रवांडा सरकार की ओर से चलाई जा रही है ‘गिरिंका’ योजना है. ‘गिरिंका’ गरीबी उन्मूलन के लिए रवांडा सरकार का एक अहम कार्यक्रम है. इसका मकसद है ‘एक गरीब परिवार को एक गाय’. मतलब हर गरीब परिवार को एक गाय देकर उन्हें सामर्थ्यवान बनाना.

‘गिरिंका’ गरीबी उन्मूलन के लिए रवांडा की सरकार का एक अहम कार्यक्रम है.
रवांडा की सरकार ने यह कार्यक्रम 2006 में शुरू किया था. वहां की सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत करीब 3.5 लाख परिवारों को फायदा पहुंचाया गया है. इस योजना के तहत सरकार वहां पर कुपोषण दूर करने के लिए हर करीब परिवार को एक गाय देती है, फिर उससे पैदा हुई एक बछिया को वह परिवार अपने पड़ोसी को देगा. इस तरह से ये योजना चलती है. इस योजना का मकसद इन गायों के दूध से परिवार अपने बच्चों का कुपोषण दूर करेंगे. साथ ही डेयरी इंडस्ट्री को भी बढ़ावा दिया जाएगा.
भारत की तरह कृषि प्रधान देश है रवांडा
भारत की रवांडा भी कृषि प्रधान देश है. यहां गाय को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. रवांडा के प्राचीन इतिहास में गाय को मुद्रा की तरह प्रयोग में लाया जाता था. बता दें कि रवांडा की आबादी 1.12 करोड़ है. यहां की संसद में 2 तिहाई महिला सांसद हैं.
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