प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने दावा किया है कि बीजेपी ने उन्हें तब पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था, जब उनका अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अनबन चल रही थी। शिवपाल यादव ने सोमवार को कह कि हालांकि, मैंने भाजपा में शामिल होने के बजाय अपनी पार्टी बनाना बेहतर समझा।
शिवपाल ने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि उनकी खुद की पार्टी बनाने का निर्णय सही था, हालांकि कुछ लोग अभी भी उन्हें भाजपा की ‘बी’ टीम बताते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की वर्तमान स्थिति सभी को पता है। सत्तारूढ़ पार्टी चौतरफा विरोध का सामना कर रही है और सभी मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
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एक सवाल का जवाब देते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन का परिणाम सभी ने देखा है। उन्होंने कहा कि हम अब भाजपा-बसपा गठबंधन का परिणाम देखेंगे। प्रसपा अध्यक्ष ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के स्वभाव और व्यवहार को सभी जानते हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का अपमान किया, हालांकि वे पार्टी लाइनों से परे सबसे स्वीकार्य नेता बने हुए हैं। अगर बसपा के विधायक पार्टी से छिटक रहे हैं तो मायावती को गिरेबान में झांकना चाहिए कि उनकी पार्टी और नीतियों के साथ क्या गलत हुआ है।
INPUT- Vivek Dubey
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